Shrawan month 2019, shrawan maah, savan somwar, monday fast importance, Monday fast mythological story : सावन के महीने में भगवान शिव की अराधना की जाती है। जप, तप और ध्यान के लिए यह महीना उत्तम माना गया है। जिस तरह सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है उसी तरह सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष माना गया है। विवाह में आ रही अड़चनें, जल्दी विवाह और मनचाहे जीवन साथी की चाह में सोमवार के व्रत रखे जाते हैं। और जब बात सावन के सोमवार की आ जाए तो इस सोमवार का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। लेकिन सोमवार का दिन भगवान शिव का दिन क्यों माना जाता है और क्या है इसके पीछे की कहानी, जानें यहां…
– पैराणिक कथा है कि माता पार्वती ने भी सोलह सोमवार के व्रत रखे थे, जिस कारण से उनका विवाह शिव जी के साथ हो गया था। लेकिन यदि आप सोलह सोमवार का व्रत नहीं रख पाते तो आप सावन के सोमवार में भी व्रत रखकर भोलेनाथ को प्रसन्न कर सकते हैं।
– सोमवार का दिन चन्द्र ग्रह का दिन माना जाता है और चन्द्रमा के नियंत्रक भगवान शिव हैं। इसलिए इसदिन पूजा करने से चन्द्रमा के साथ-साथ भगवान शिव की कृपा भी मिल जाती है। दूसरा सोम का एक अर्थ चंद्रमा होता है। चंद्रमा, जो व्यक्ति के मन का प्रतीक माना जाता है। भगवान शिव ने अपने मस्तिष्क पर चंद्रमा को स्थान दिया हुआ है। इसी कारण से सोमवार के दिन शिव जी की पूजा की जाती है।
– सोमवार का दूसरा अर्थ होता है – सौम्य। भगवान शिव को भी सभी लोग बहुत सौम्य देवता के रूप में देखते हैं। जो बहुत जल्दी अपने भक्तों से प्रसन्न हो जाते हैं। उनके भोलेपन और सहज एवं सरलता के कारण उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है।
– सोम का एक अन्य अर्थ होता है – सोमरस। सोमरस का सेवन देवी-देवता किया करते थे। जैसे सोमरस और अमृत एक समान माने जाते हैं, उसी प्रकार से सोमवार को शिव की पूजा इसलिए की जाती है ताकि शिव हम सभी के लिए कृपालु और कल्याणकारी बने रहें।
