2019 में सावन शिवरात्रि 30 जुलाई को है। इस दिन भगवान शिव की विशेष रूप से पूजा की जाती है। शिवरात्रि पर भगवान शिव का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने विशेष महत्व होता है। शिवरात्रि वाले दिन भक्त व्रत भी रखते हैं। माना जाता है कि शिवरात्रि व्रत को करने से व्यक्ति के सभी दुखों का नाश होता है। वहीं एक मान्यता ये भी है कि इस दिन व्रत रखने से अविवाहित लोगों को मनचाहा वर या वधु मिलता है। शादीशुदा जातक भी अपने जीवन में खुशियां बनाए रखने के लिए इस व्रत रखते हैं। इस बार की शिवरात्रि काफी खास रहने वाली है क्योंकि इस दिन सावन माह में आने वाला मां मंगला गौरी व्रत भी है। जिस दिन माता पार्वती के गौरी रूप की पूजा की जाती है। यहां जानिए शिवरात्रि की पूजा का समय, विधि और महत्व…
शिवरात्रि पूजा समय:
1. पहला रात्रि प्राहर पूजा समय – 07:10 PM से 09:49 PM
2. दूसरा रात्रि प्राहर पूजा समय – 09:49 PM से 12:28 AM जुलाई 31
3. तीसरा रात्रि प्राहर पूजा समय – 12:28 AM से 03:08 AM जुलाई 31
4. चौथा रात्रि प्राहर पूजा समय – 03:08 AM से 05:47 AM जुलाई 31
5. चतुर्दशी तिथि शुरू – 02:49 PM 30 जुलाई 2019
6. चतुर्दशी तिथि समाप्त – 11:57 AM 31 जुलाई 2019
शिवरात्रि पूजा शुभ मुहूर्त: सावन शिवरात्रि यानी 30 जुलाई को शिव पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 9:10 बजे से लेकर दोपहर 2:00 बजे तक रहेगा।
शिवरात्रि पूजा विधि:
– इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए और स्वयं को शुद्ध कर लेना चाहिए।
– मंदिर या घर पर शिव जी की पूजा करनी चाहिए और उनपर पंचामृत जल अर्पित करना चाहिए।
– शिव पर जल, दूध, दही, शहद, घी, चीनी, इत्र, चंदन, केसर, भांग, धतूरा, गंगाजल, भांग, सफेद फूल, सफेद चंदन, धूप आदि अर्पित करना चिहाए।
– इस विधि द्वारा यदि आप पूजा करते हैं तो वह सफल होती है और आपको इसका फल भी मिलता है।
शिवरात्रि व्रत का महत्व: हर वर्ष कुल 12 शिवरात्रि मनाई जाती है लेकिन सबसे खास 2 शिवरात्रि होती हैं – महाशिवरात्रि और सावन की शिवरात्रि। ये दोनों शिवरात्रियां मनुष्य के सारे पाप धो देती हैं। ये शिवरात्रियां शादी के योग बनाती है, दाम्पत्य जीवन को सुखी बनाती हैं और सभी प्रकार के पापों का नाश करती हैं।

