Sawan Month 2019, Right method to wear Rudraksha: सावन का महीना 17 जुलाई से शुरु होने वाला है। इस महीने का हिंदू धर्म में खास  महत्व होता है। इस दौरान शिव भक्त भगवान शिव की अराधना करते हैं। व्रत रखते हैं, कांवड यात्रा के लिये जाते हैं। इन दिनों रुद्राभिषेक कराने और रुद्राक्ष धारण करने से विशेष फल प्राप्त होने की मान्यता है। क्योंकि रुद्राक्ष को भगवान शिव का अंश माना गया है। पुराणों के अनुसार रुद्राक्ष की उत्पत्ति शिव के आंसुओं से हुई है। कुल 14 प्रकार के रुद्राक्ष होते हैं। सभी का अपना महत्व होता है और इन्हें धारण करने के लिए मंत्र भी अलग-अलग हैं। जानिए सावन के महीने में कैसे करें रुद्राक्ष धारण…

– शिवपुराण के अनुसार, एक मुख वाला रुद्राक्ष साक्षात शिव का स्वरूप होता है। लक्ष्मी की प्राप्ति, भोग और मोक्ष के लिए ‘ॐ ह्रीं नम:’ के साथ इसे धारण करें।

– दो मुख वाला रुद्राक्ष इच्छा पूर्ति के लिए ‘ॐ नम:’ मंत्र का जाप करके पहनें।

– तीन मुख वाला रुद्राक्ष हर कार्य में सफलता हासिल करने के लिए ‘ ऊं क्लीं नम:’ मंत्र के जाप के साथ पहनें।

– चार मुखी रुद्राक्ष धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष प्राप्ति के लिए ‘ॐ ह्रीं नम:’ मंत्र के जाप के साथ पहनें।

– पांच मुखी रुद्राक्ष मुक्ति और कामना पूर्ति के लिए ‘ॐ ह्रीं क्लीं नम:’ मंत्र के साथ पहनें।

– छ: मुखी रुद्राक्ष पाप से मुक्ति के लिए ‘ॐ ह्रीं ह्रुं नम:’ मंत्र जाप के साथ पहनें।

– सात मुखी रुद्राक्ष ऐश्वर्यशाली होने के ‍लिए मंत्र ‘ॐ हुं नम:’ का ध्यान करके पहनें।

– आठ मुखी रुद्राक्ष लंबी आयु के लिए ‘ॐ हुं नम:’ धारण मंत्र के साथ पहनें।

– नौ मुखी रुद्राक्ष कामना पूर्ति के लिए बाएं हाथ में ‘ॐ ह्रीं ह्रुं नम:’ मंत्र के साथ धारण करें।

– दस मुखी रुद्राक्ष संतान प्राप्ति हेतु मंत्र ‘ॐ ह्रीं नम:’ के साथ पहनें।

– ग्यारह मुखी रुद्राक्ष विजय प्राप्ति हेतु इस मंत्र ‘ॐ ह्रीं ह्रुं नम:’ के साथ पहनें।

– बारह मुखी रुद्राक्ष रोगों से राहत हेतु ‘ॐ क्रौं क्षौं रौं नम:’ मंत्र के साथ पहनें।

– तेरह मुखी रुद्राक्ष सौभाग्य और मंगल की प्राप्ति के लिए मंत्र ‘ॐ ह्रीं नम:’ के साथ पहनें।

– चौदह मुखी रुद्राक्ष पापों से मुक्ति के लिए मंत्र ‘ॐ नम:’ के साथ धारण करें।