Sawan Month: सावन का महीना हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र महीना माना जाता है। भगवान शिव की कृपा पाने के लिए यह महीना सबसे अच्छा है। इसे श्रावण मास भी कहा जाता है। इस साल सावन का पावन महीना 14 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त तक चलेगा। इस बार सावन यानि श्रावण मास 29 दिन का होगा। सावन का महीना शिव को समर्पित है। इस बार सावन का महीना दो शुभ योगों के योग से शुरू हो रहा है। धार्मिक जानकारों के अनुसार शुभ योग में पूजा का महत्व दो गुना बढ़ जाता है।
14 जुलाई यानि आषाढ़ मास की पूर्णिमा के अगले दिन सावन का महीना शुरू हो जाता है। इस दिन विष्कुंभ और प्रीति योग बन रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि ये दोनों योग भगवान शिव की भक्ति के लिए बहुत फलदायी हैं। सावन में इन योगों में देवताओं के देवता भगवान महादेव का रुद्राभिषेक करने से सभी दुखों का नाश होता है।
भगवान शिव के इस प्रिय माह में विधि विधान से पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से भोलेनाथ न केवल सभी दुखों को दूर करते हैं, बल्कि सभी मनोकामनाएं भी पूरी करते हैं। शिव की पूजा के अलावा इस महीने के संबंध में कुछ नियम भी बताए गए हैं, जिनका पालन अवश्य करना चाहिए।
सावन महीने के जरूरी नियम
- सावन मास के सभी सोमवार का व्रत रखें। इस दिन शिव का अभिषेक भी करें। इस दौरान ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। सुनिए सोमवार व्रत की कथा।
- सावन सोमवार के दिन आपको महामृत्युंजय मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करना चाहिए।
- शिवलिंग पर दूध, दही, घी, शहद, गंगाजल से बना पंचामृत से आदि चढ़ाएं।
- हो सके तो इस महीने में रुद्राक्ष धारण करें।
- सावन के महीने में गलती से भी नॉनवेज-अल्कोहल का सेवन न करें। ऐसा करने से शिव क्रोधित हो जाएंगे।
- सावन के महीने में किसी से झगड़ा भी न करें और न ही किसी का अपमान करें।
- अगर आपने सावन सोमवार का व्रत शुरू कर दिया है तो बीच-बीच में उसे न तोड़ें। भले ही आप एक बार फल खाकर उपवास करें, लेकिन करें।
- सावन के महीने में लहसुन-प्याज, मूली, बैगन और अदरक का सेवन न करें।