Shani Dev: वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि वक्री होने जा रहे हैं। यानि शनि अब उल्टी चाल चलेंगे। शनि जब उल्टी चाल चलते हैं तो इसका प्रभाव देश-दुनिया के साथ सभी 12 राशियों पर पड़ता है।

ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक सूर्य और चन्द्र को छोड़कर सभी ग्रह वक्री होते हैं। वक्री अर्थात किसी राशि में उल्टी दिशा में गति करने लगते हैं। वस्तुतः कोई भी ग्रह कभी भी पीछे की ओर नहीं चलता भ्रम मात्र है। घूमती हुई पृथ्वी से ग्रह की दूरी तथा पृथ्वी और उस ग्रह की अपनी गति के अंतर के कारण ग्रहों का उल्टा चलना प्रतीत होता है।

ज्योतिष शास्त्र में शनि जब अशुभ होते हैं तो भयंकर परेशानियां पैदा करते हैं चूंकि शनि को एक महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। जानकारों के मुताबिक शनि के किसी भी व्यक्ति के जीवन में उथल-पुथल ला सकते हैं। शनि के अशुभ होने से हर प्रकार की परेशानियां घेर लेती हैं। धन हानि, सेहत से जुड़ी समस्या, दांपत्य जीवन में कलह जैसी दिक्कतें व्यक्ति के सामने खड़ी हो जाती हैं।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि वर्तमान समय में कुंभ राशि में विराजमान हैं। शनि किसी भी राशि में ढाई साल तक विराजमान रहते हैं। इसमें वे कुछ महीने के लिए वक्री चाल भी चलते हैं। 5 जून 2022 को शनि कुंभ राशि में अपनी उल्टी चाल यानी वक्री चाल शुरू करेंगे और 23 अक्टूबर 2022 तक इसी अवस्था में रहेंगे। उसके बाद वह मार्गी हो जाएंगे, अर्थात सीधी चाल चलने लगेंगे।

कर्क राशि (Cancer): 29 अप्रैल को शनि के राशि परिवर्तन के साथ ही इस राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या आरंभ हो चुकी है, वहीं कुछ दिन बाद शनि के वक्री होने के साथ ही इस राशि के लोगों को अधिक सावधान रहने की आवश्यकता होती है। इस दौरान आपके कई बनते हुए काम बिगड़ सकते हैं, आर्थिक स्थिति में बदलाव के संकेत हैं। गाड़ी चलाते समय सतर्क रहें। रिश्तों में अनबन हो सकती है।

मकर राशि (Capricorn): इस राशि के जातकों पर शनि वक्री होते ही संकट बढ़ सकते हैं। जातकों को करियर में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही नौकरी में बाधाएं देखने को मिल सकती है। कार्यस्थल पर सावधान रहें। लोभ और गलत संगत से बचें। इस दौरान जातकों को अपने गुस्से पर काबू रखने की जरूरत है। बॉस और पिता के साथ तालमेल बिठाकर चलें। पैसों के मामले में सावधानी बरते।

वृश्चिक राशिफल (Scorpio): शनि के राशि परिवर्तन के साथ ही इस राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या आरंभ हो चुकी है। ऐसे में ज्योतिष के अनुसार शनि जब भी वक्री करते हैं ढैय्या से पीड़ित लोगों के कष्ट बढ़ जाते हैं। इस दौरान जातकों को बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। दुश्मनों से सावधान रहें, इस दौरान वो आपके ऊपर हावी हो सकते हैं। कार्यस्थल पर भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। कोर्ट कचहरी के मामले में विशेष सावधानी बरतें। कर्ज देने और लेने से बचें।