Samudrik Shastra/ Samudra Shastra : ऐसा माना जाता है कि जिस व्यक्ति के होठों पर तिल होता है वह बहुत आकर्षक दिखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सामुद्रिक शास्त्र में इसका और भी अधिक खास मतलब बताया गया है। सामुद्रिक शास्त्र यह मानता है कि होंठों पर तिल (Mole on Lips Meaning) व्यक्ति के व्यक्तित्व को और अधिक निखारता है। कहते हैं कि होठों के अलग-अलग हिस्से पर तिल होने से उसका मतलब भी अलग हो जाता है।

ऊपरी होंठ के दाहिनीं ओर तिल – जिन लोगों के ऊपरी होंठ के दाहिनीं ओर तिल होता है वह बहुत किस्मत वाले होते हैं। माना जाता है कि ऐसे लोगों के पास अपार धन होता है।

ऊपरी होंठ के बाईं ओर तिल – अगर किसी व्यक्ति के ऊपरी होंठ के बाईं ओर तिल है तो ऐसा माना जाता है कि वह बहुत कामुक है। ऐसे व्यक्ति के कई प्रेम संबंध होते हैं।

ऊपरी होंठ के बीच में तिल – सामुद्रिक शास्त्र में यह माना जाता है कि जिन लोगों के ऊपरी होंठ के बीच में तिल होता है वह लोग बहुत समझदार होते हैं। इन्हें जीवन के कठिन परिस्थितियों में भी उचित निर्णय लेने आते हैं।

निचले होंठ के दाहिनीं ओर तिल – ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों के निचले होंठ के दाहिनी ओर तिल होता है वह लोग अपनी जिंदगी में सफलता बहुत जल्दी हासिल करते हैं। यह लोग दृढ़ निश्चय और मेहनत करने वाले होते हैं।

निचले होंठ के बाईं ओर तिल – मान्यता है कि निचले होंठ के बाईं ओर तिल वाले लोग बहुत ईमानदार होते हैं। इन लोगों को ईमानदारी की वजह से कई बार नुकसान भी उठाना पड़ता है। लेकिन इनका यह व्यवहार इनके व्यक्तित्व की पहचान है।

निचले होंठ के बीच में तिल – निचले होंठ के बीच में तिल होने से व्यक्ति भावुकता से परिपूर्ण होता है। ऐसे व्यक्ति को बहुत जल्दी रोना आ जाता है। लेकिन साथ ही यह लोग गुस्सैल भी होते हैं।

ऊपरी और निचले होंठ के बीच में तिल – जिन लोगों के ऊपरी और निचले होंठ के बीच में यानी दोनों होंठों के जुड़ने पर तिल होता है वह जीवन में अक्सर अकेलापन महसूस करते हैं। इन्हें लोगों के बीच में घिरे रहने के बावजूद भी खुशी महसूस नहीं होती है।