Sai Baba Ki Aarti: बृहस्पतिवार का दिन साईं बाबा का माना जाता है। इस दिन लोग अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए साईं बाबा के व्रत रखते हैं। कहा जाता है कि जो व्यक्ति सच्चे मन से साईं बाबा के व्रत रख उनकी विधि विधान पूजा कर आरती उतारता है, साईंनाथ उस व्यक्ति के सभी दुख हर लेते हैं। अगर आपने गुरुवार को साईं बाबा का व्रत रखा है या आप इस दिन उनकी विशेष पूजा करना चाहते हैं तो साईं की आरती को करना ना भूलें। यहां साईंनाथ की 2 आरतियों के बारे में हम बताने जा रहे हैं जो इस प्रकार है…

साईं बाबा आरती 1 –
ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे।
भक्तजनों के कारण, उनके कष्ट निवारण॥
शिरडी में अवतरे, ॐ जय साईं हरे॥ ॐ जय…॥
दुखियन के सब कष्टन काजे, शिरडी में प्रभु आप विराजे।
फूलों की गल माला राजे, कफनी, शैला सुन्दर साजे॥
कारज सब के करें, ॐ जय साईं हरे ॥ ॐ जय…॥

काकड़ आरत भक्तन गावें, गुरु शयन को चावड़ी जावें।
सब रोगों को उदी भगावे, गुरु फकीरा हमको भावे॥
भक्तन भक्ति करें, ॐ जय साईं हरे ॥ ॐ जय…॥

हिन्दु मुस्लिम सिक्ख इसाईं, बौद्ध जैन सब भाई भाई।
रक्षा करते बाबा साईं, शरण गहे जब द्वारिकामाई॥
अविरल धूनि जरे, ॐ जय साईं हरे ॥ ॐ जय…॥

भक्तों में प्रिय शामा भावे, हेमडजी से चरित लिखावे।
गुरुवार की संध्या आवे, शिव, साईं के दोहे गावे॥
अंखियन प्रेम झरे, ॐ जय साईं हरे ॥ ॐ जय…॥

ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे।
शिरडी साईं हरे, बाबा ॐ जय साईं हरे॥

श्री सद्गुरु साईंनाथ महाराज की जय॥

साईं बाबा आरती 2 –
आरती श्री साईं गुरुवर की |
शिर्डी साईं बाबा आरती परमानन्द सदा सुरवर की ||

जा की कृपा विपुल सुखकारी |
दुःख, शोक, संकट, भयहारी ||

शिरडी में अवतार रचाया |
चमत्कार से तत्व दिखाया ||

कितने भक्त चरण पर आये |
वे सुख शान्ति चिरंतन पाये ||

भाव धरै जो मन में जैसा |
पावत अनुभव वो ही वैसा ||

गुरु की उदी लगावे तन को |
समाधान लाभत उस मन को ||

साईं नाम सदा जो गावे |
सो फल जग में शाश्वत पावे ||

गुरुवासर करि पूजा – सेवा |
उस पर कृपा करत गुरुदेवा ||

राम, कृष्ण, हनुमान रूप में |
दे दर्शन, जानत जो मन में ||

विविध धर्म के सेवक आते |
दर्शन कर इच्छित फल पाते ||

जै बोलो साईं बाबा की |
जो बोलो अवधूत गुरु की ||

`साईंदास` आरती को गावे |
घर में बसि सुख, मंगल पावे ||