Ramadan 2019: रमज़ानुल मुबारक के इस मुकद्दस महीना का दूसरा अशरा जल्द ही जुदा होने वाला है। ऐसे में मुसलमान लैलतुल कद्र की तैयारियों में जुट गए हैं। बता दें कि रमज़ान के आखिरी 10 दिनों में लैलतुल कद्र को मनाया जाता है। रमज़ान की ताक राते ( हर दूसरी रात) को लैलतुल कद्र की तलाश की जाती है।
क्या है लैलतुल कद्रः इस्लाम धर्म में लैलतुल कद्र को बहुत ही मुकद्दस माना गया है। माना जाता है कि लैलतुल कद्र की किसी एक रात को कुरान नाजिल हुआ था। लैलतुल कद्र की रात को अल्लाह को याद और तिलावत की जाती है। मदीने के सरताज मुहम्मद (सल्लाहो अलैहे वसल्लम) लैलतुल कद्र पर अल्लाह की ईबादत और नमाज़ की पाबंदी किया करते थे।
कब होता है लैलतुल कद्रः रमज़ान के आखिरी 10 दिन की ताक राते यानी 21 रमज़ान, 23 रमज़ान, 25 रमज़ान, 27 रमज़ान और 29 रमज़ान को लैलतुल कद्र को तलाश किया जाता है। इसमें 27 रमज़ान को अकसरियत मुसलमान लैलतुल कद्र की खास रात मानते है।
National Hindi News, 21 May 2019 LIVE Updates: पढ़ें आज की बड़ी खबरें
क्या कहता है कुरान का लैलतुल कद्र के बारे मेंः लैलतुल कद्र की रात को कुरान हजार महीने के रातों से बेहतर बताया है। इस रात की ईबादत हजार रातों की ईबादत के बराबर है। यही कारण है कि मुसलमान इसकी पाबंदी करते हैं।
लैलतुल कद्र की दुआः लैलतुल कद्र की ताक रातों में एक खास दुआ को पढ़ने का हुक्म है। इस दुआ की बहुत फजीलत है।
”अल्लाहुम्मा इंनाका अफुवुन, तुहिब्बुल-अफवा, फाफू अन्नी”
अए अल्लाह, तू बहुत बड़ा माफ करने वाला है, माफी को पसंद फरमाता है, इसलिए मुझे माफ कर दे।
बता दें कि जानकारों ने इस दुआ को खूब पढ़ने की सलाह दी है।
