Vivah Panchami 2019 Date: 1 दिसंबर 2019 को विवाह पंचमी मनाई जायेगी। हिंदू धर्म के लोगों के लिए यह दिन इसलिए खास है क्योंकि इस दिन भगवान राम और माता सीता का विवाह हुआ था। इस त्योहार को भारत के साथ-साथ नेपाल में भी मनाया जाता है क्योंकि नेपाल में माता सीता की जन्मस्थली जनकपुर है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान राम और सीता का विवाह मार्गशीर्ष माह की शुक्ल पक्ष पंचमी को हुआ था। लेकिन इस दिन का धार्मिक महत्व होने के बावजूद कई जगह विवाह पंचमी पर शादी ब्याह नहीं किये जाते। जानिए इसके कारण और राम और सीता की विवाह स्टोरी…
विवाह पंचमी के दिन नहीं होते विवाह: धार्मिक दृष्टि से इस दिन का काफी महत्व होता है, लेकिन मिथिलांचल और नेपाल में इस दिन विवाह नहीं किए जाते हैं क्योंकि राम और सीता को विवाह के बाद बहुत से कष्टों को उठाना पड़ा था। भगवान राम और सीता को 14 वर्षों के वनवास पर जाना पड़ा था। जब सीता गर्भवती हुई तो राम ने उनका त्याग कर दिया। दोनों का जीवन कष्टों से भरा हुआ था। इसलिए विवाह की दृष्टि से इस दिन को अच्छा नहीं माना जाता।
राम सीता विवाह कथा (Ram Vivah Katha):
राम राजा दशरथ के घर पैदा हुए थे और सीता राजा जनक की पुत्री थी। मान्यता है कि सीता का जन्म धरती से हुआ था। राजा जनक हल चला रहे थे उस समय उन्हें एक नन्ही सी बच्ची मिली थी जिसका नाम उन्होंने सीता रखा था। सीता जी को “जनकनंदिनी” के नाम से भी पुकारा जाता है। यह मान्यता है कि एक बार सीता ने शिव जी का धनुष उठा लिया था जिसे परशुराम के अतिरिक्त और कोई नहीं उठा पाता था। राजा जनक ने यह निर्णय लिया कि जो भी शिव का धनुष उठा पाएगा सीता का विवाह उसी से होगा।
सीता के स्वयंवर के लिए घोषणाएं कर दी गई। स्वयंवर में भगवान राम और लक्ष्मण ने भी प्रतिभाग किया। वहां पर कई और राजकुमार भी आए हुए थे पर कोई भी शिव जी के धनुष को नहीं उठा सका। राजा जनक हताश हो गए और उन्होंने कहा कि “क्या कोई भी मेरी पुत्री के योग्य नहीं है?” तब महर्षि वशिष्ठ ने भगवान राम को शिव जी के धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाने को कहा। गुरु की आज्ञा का पालन करते हुए भगवान राम शिव जी के धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाने लगे और धनुष टूट गया।
इस प्रकार सीता जी का विवाह राम से हुआ। भारतीय समाज में राम और सीता को आदर्श दंपत्ति (पति पत्नी) का उदाहरण समझा जाता है। राम सीता का जीवन प्रेम, आदर्श, समर्पण और मूल्यों को प्रदर्शित करता है।
राम विवाह पर अनु दुबे का भोजपुरी गीत (Anu Dubey Ka Gana, Song, Bhajan, Geet)
विवाह पंचमी का महत्व (Vivah Panchami Significance):
कहा जाता है कि इस दिन सच्चे मन से माता सीता और भगवान राम की पूजा करने से शादी में आने वाली समस्याएं, दिक्कतें दूर हो जाती हैं। विवाह में हो रही देरी के लिए भी इस दिन पूजा करने का विशेष महत्व होता है। ऐसे पति पत्नी जिनका वैवाहिक जीवन सुखमय नहीं है, उन्हें इस दिन अवश्य पूजा करनी चाहिए। अगर संभव हो तो इस दिन रामचरितमानस का पाठ करना चाहिए। बालकांड में भगवान राम और सीता विवाह का पाठ करना चाहिए।

