हिंदू धर्म में राखी का त्योहार विशेष महत्व रखता है। ये पर्व पूरे तरीके से भाई और बहन को समर्पित है। इस दिन बहनें अपने भाईयों को रक्षा सूत्र यानी राखी बांधती हैं। इस त्योहार की बहुत अधिर रस्में तो नहीं हैं लेकिन कुछ चीजें है जिनका ध्यान रखना जरूरी होता है। राखी बांधने से पहले बहनें पूजा की थाल सजाती हैं। जिसमें 7 चीजों का होना जरूरी माना जाता है।

राखी थाली सामग्री: राखी की थाली में कुमकुम, अक्षत यानी साबुत चावल, घी का दीपक, राखी, नारियल, मिठाई और पानी से भरा कलश रखें। इसके अलावा अगर आप भाई को कुछ गिफ्ट देना चाहती हैं तो वो भी रख सकती हैं। कई जगह पूजा की थाली में पीले सरसो के बीज भी रखे जाते हैं।

पूजा मंत्र: बहनें भाईयों की कलाई पर राखी बांधते समय ये मंत्र बोल सकती हैं।
येन बद्धो बली राजा, दानवेन्द्रो महाबल:।
तेन त्वाम प्रति बच्चामि, रक्षे! मा चल, मा चल।
इस मन्त्र का मतलब है कि राक्षस राज बलि को जिस रक्षा सूत्र से बांधा गया था। उसी रक्षा सूत्र से तुम्हे भी बांधती हूँ। हे! रक्षा सूत्र। तू भी अपने कर्तव्यपथ से कभी ना डिगना और उसकी सब प्रकार से रक्षा करना।

राखी बांधने से पहले क्या करें? हालांकि ये विधि हर कोई नहीं करता। सब अपने अपने तरीके से इस पर्व को मनाते हैं। लेकिन रक्षाबंधन मनाने से पहले आपको इसकी पूजा करनी चाहिए। जिसके लिए घर के पवित्र स्थान पर गोबर का लेप करें। उस पर स्वस्तिक का चिन्ह बनायें। इस पर पानी से भरा एक कलश रख दें। संभव हो तो कलश तांबे का ही रखें। कलश में आम के पत्ते सजा लें। उन पत्तों पर नारियल रखें। फिर उसकी पूजा करें। कलश की पूजा के बाद भाईयों का राखी बांधें।

ऐसे सजाएं थाली: आप थाली को किसी गोटेदार कपड़े से कवर कर सकती हैं। मार्केट में सजी हुई थालियां भी मिलती हैं। थाली के बीचों बीच स्वस्तिक का चिन्ह बनाएं। उस पर मिट्टी का दिया रखें। थाली के ऊपर छोटी छोटी कटोरियां या पूजा सामग्री बॉक्स या फिर ऐसे भी समान रख सकते हैं। थाली में उल्टे हाथ की तरफ राखी को रखें। सीधे हाथ की तरफ मिठाई रखें।

पूजा विधि: राखी बांधने से पहले भाई को उत्तर या पूर्व दिशा की तरफ मुख करके बिठा लें। फिर भाई के माथे पर तिलक लगाएं और उन्हें रक्षा सूत्र बांधें। भाई की आरती उतारें। मुंह मीठा करें। अगर भाई बड़ा है तो आप उसके चरण स्पर्श करें। राखी बंधवाने के बाध भाई अपनी इच्छानुसार बहनों को भेंट देते हैं।