Raksha Bandhan 2019 Puja Vidhi, Muhurat, Timings : रक्षाबंधन का पर्व इस वर्ष श्रावण और धनिष्ठा नक्षत्र के साए में मनाया जाएगा। पूर्णिमा यूँ तो 14 अगस्त की शाम 3.45 पर ही लग चुकी है पर उदया तिथि यानी सूर्योदय के समय की तिथि की मान्यता के कारण पूर्णिमा 15 अगस्त को मनायी जाएगी। 15 अगस्त 2019 की सुबह 8.01 तक श्रावण नक्षत्र रहेगा उसके पश्चात यह पर्व धनिष्ठा नक्षत्र की छतरी में संपादित होगा। दोपहर 11.58 बजे तक सौभाग्य योग, तत्पश्चात शोभन योग है। शाम 5.58 तक भाव करन और और उसके बाद बालव करन रहेगा।

इन 7 चीजों से सजी होनी चाहिए राखी की थाली, बिना इसके अधूरा है रक्षाबंधन

इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा नहीं है, लिहाज़ा राखी बाँधने के लिए पूरा दिन ही उपयुक्त है। पर दोपहर 3 से 3.52 तक का समय अमृततुल्य यानी सर्वश्रेष्ठ है। प्रातः 6.15 से 7.45 तथा संध्या 5.30 से 5.55 तक की बेला भी शुभ मुहूर्त में शुमार है। भाई की सर्वत्र विजय के लिए दोपहर 12.14 से 1.05 तक का काल उत्तम है। भ्राता की उन्नति और प्रगति की कामना पूर्ति के लिए दोपहर 12.25 से 1.30 तक का समय बेहतर है।

अगर भाई बहन राखी बांध रहे हैं तो उस वक्त बहन को इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। अमृत काल में भाई को राखी बांधने से उसकी आयु बढ़ती है। इस मंत्र को पढ़ें:

ॐ येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल:
तेन त्वां प्रति बध्नामि, रक्षे मा चल मा चल।

ज्योतिष गणना के अनुसार रक्षा बंधन यानी 15 अगस्त के दिन रात 9.15 बजे तक चंद्र मकर राशि में रहेंगे। इसका अर्थ है चंद्रमा के मकर राशि में रहने से भद्रा नहीं लगता है। इस बार श्रावण मास में 15 अगस्त के दिन चंद्र प्रधान श्रवण नक्षत्र में आजादी का पर्व स्वतंत्रता दिवस और राखी दोनों का संयोग एक साथ है। इस बार 13 घंटे का लंबा शुभ मुहूर्त मिल रहा है इस कारण बहनों को राखी बांधने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा।