Raksha Bandhan 2022 Date Kab Hai, Time, Puja Muhurat: पंचांग के अनुसार रक्षा बंधन का पर्व हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। भाइयों और बहनों के लिए यह त्योहार बेहद खास होता है। इस वर्ष इस तिथि को दो दिनों में विभाजित किया गया है। भद्रा की भी छाया है। ऐसे में राखी बांधने की तारीख और समय को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। जानिए राखी 11 अगस्त को मनानी चाहिए या 12 अगस्त को। यह भी जान लें कि भाई को सिंदूर का टीका क्यों लगाना चाहिए-
जानिए राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
- पंचांग के अनुसार रक्षा बंधन पर दोपहर 12 बजे से 12 बजकर 54 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा। अभिजीत मुहूर्त से बेहतर कोई मुहूर्त नहीं है। इसलिए 53 मिनट के इस शुभ मुहूर्त में राखी बांधी जा सकती है।
- वैदिक पंचांग के अनुसार दोपहर 11 बजे विजय काल 02:39 मिनट से 03:33 मिनट तक रहेगा। 53 मिनट के इस शुभ मुहूर्त में आप राखी बांध सकती हैं।
- 11 तारीख की शाम 06:54 से 08:21 बजे तक अमृत काल रहेगा। 01 घंटे 25 मिनट के इस शुभ मुहूर्त में आप भाई की कलाई पर राखी भी बांध सकती हैं।
राखी बांधते समय दिशा का रखें ध्यान
राखी बांधते समय भाई-बहन को दिशा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। भाई को राखी बांधते समय बहन का मुख दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए। वहीं भाई का मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए।
भद्रा में क्यों नहीं बांधी जाती है राखी ?
रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती हैं, लेकिन भद्रा में राखी बांधना वर्जित माना जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि लंका के राजा की बहन ने भी भद्रकाल में रावण को राखी बांधी थी, जिससे रावण का नाश हुआ था।
राखी की थाली में होनी चाहिए ये चीजें
अगर आप रक्षाबंधन के मौके पर अपने भाई के लिए राखी की थाली सजा रहे हैं तो उसमें मिट्टी का दीपक, कुमकुम, हल्दी, चावल, दही और अक्षत रखें। अपनी थाली में हमेशा दाहिनी ओर मिठाई रखें और बाईं ओर राखी रखें। राखी की थाली में भगवान गणेश की मूर्ति भी रखी जाती है। आपको अपनी राखी की थाली में पानी का एक कलश भी रखना चाहिए। कहा जाता है कि जल के बिना पूजा की थाली अधूरी है।
राखी बांधते समय सिंदूर का न लगाएं टीका
रक्षाबंधन पर बहनें हमेशा अपने भाई को चंदन का तिलक लगाती हैं। रोली का प्रयोग तिलक लगाने के लिए भी किया जा सकता है। चूंकि सिंदूर को शहद का प्रतीक माना जाता है, इसलिए इस दिन तिलक लगाते समय बहनों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। चंदन का तिलक भाग्य को बढ़ाता है।
राखी बांधते समय थाली में रखें ये चीजें
बहन, भाई के सुख-समृद्धि के लिए राखी बांधती हैं। ऐसे में राखी बांधते समय थाली में कुछ खास चीजें जरूर होनी चाहिए। आइए जानते हैं क्या हैं वो चीजें-
- राखी बांधते समय थाली में जो सबसे पहली चीज होनी चाहिए वह है अक्षत यानी चावल। हिंदू मान्यता के अनुसार अक्षत पूर्णता का प्रतीक है और भाई की लंबी उम्र के लिए तिलक करते समय अक्षत लगाया जाता है।
- थाली में दूसरी महत्वपूर्ण वस्तु दीपक होना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है। राखी बांधने के बाद भाई की आरती करने से उसके आसपास की नकारात्मक ऊर्जा नहीं फटेगी।
- तीसरी सबसे महत्वपूर्ण वस्तु जो राखी की थाली में होनी चाहिए वह है कुमकुम। कुमकुम या रोली को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। राखी बांधने के बाद भाई को कंकुम का टीका देने से उन पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।
- चौथी महत्वपूर्ण चीज जो राखी की थाली में होनी चाहिए वह है चंदन। ऐसा माना जाता है कि चंदन लगाने से भगवान विष्णु और श्री गणेश की कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा भाई को मानसिक शांति मिलती है।
रक्षाबंधन पर जरूर करें इस मंत्र का जाप
येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल:।
तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि ,रक्षे माचल माचल:।
अर्थ- इस मन्त्र का अर्थ है कि “जो रक्षा धागा परम कृपालु राजा बलि को बांधा गया था, वही पवित्र धागा मैं तुम्हारी कलाई पर बांधता हूं, जो तुम्हें सदा के लिए विपत्तियों से बचाएगा”।