Rakhi shubh Muhurat: हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाता है। और इस साल सावन की पूर्णिमा 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस वाले दिन पड़ी है। यह संयोग 19 साल बाद आ रहा है। इस बार की रक्षा बंधन पर भद्रा का साया भी नहीं है। जिस कारण बहनों को अपने भाईयों को राखी बांधने के लिए लंबा समय मिलेगा। रक्षा बंधन का त्यौहार हिंदू धर्म के लोगों के लिए काफी महत्व रखता है। क्योंकि इस पर्व को भाई बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है। रक्षा बंधन पर्व के दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर उनकी लंबी उम्र और सुख की कामना करती हैं और भाई भी अपनी बहन को उसकी रक्षा का वचन देते हैं।
इस बार राखी पर कई शुभ संयोग भी बन रहे हैं। रक्षाबंधन के दिन श्रावण नक्षत्र और सौभाग्य योग रहेगा। इसके अतिरिक्त रक्षाबंधन के चार दिन पहले गुरु मार्गी हो गए हैं जिस कारण इस त्यौहार की शुभता कई गुना बढ़ गई है। इस बार 19 साल बाद रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस एक साथ मनाया जाएगा। चंद्र प्रधान श्रवण नक्षत्र का संयोग बहुत खास रहेगा। सुबह से ही सिद्धि योग बनेगा जिसे शुभ योग माना जाता है। इसी दिन योगी अरविंद जयंती, मदर टेरेसा जयंती और संस्कृत दिवस भी मनाया जाएगा। साथ ही गुरुवार के दिन श्रवण नक्षत्र तथा सौभाग्य योग का संयोग भी कम ही देखने को मिलता है। साथ ही रात में 9 बजकर 40 मिनट से पंचक की शुरुआत हो रही है। पूर्णिमा तिथि पर उत्तरार्ध के भाग में पंचक के नक्षत्र का रात्रि अनुक्रम त्योहार की शुभता को कई गुना बढ़ा देता है।
रक्षा बंधन का शुभ मुहूर्त: राखी बांधने का शुभ मुहूर्त साल 2019 में सुबह 5 बजकर 49 मिनट से शुरू होगा और शाम 6 बजकर 01 मिनट तक रहेगा। इस तरह से राखी बांधने के लिए कुल 12 घंटे 58 मिनट का समय मिलेगा। लेकिन राखी बांधने का सबसे शुभ मुहूर्त दोपहर 1:43 से 4:20 तक का रहेगा। जिस दौरान भाई को राखी बांधने से विशेष फल मिलेगा। सावन के पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 14 अगस्त दोपहर 3 बजकर 45 मिनट से हो जायेगी और इसका समापन शाम 5 बजकर 58 मिनट तक यानी 15 अगस्त के दिन होगा।