Pukhraj Ke Fayde: पुखराज बृहस्पति ग्रह का रत्न होता है। इसका रंग पीला होता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति ग्रह शुभ स्थिति में हो उनके लिए ये रत्न फलदायक साबित होता है। इस रत्न को धारण करने से शिक्षा के क्षेत्र में, धन संपत्ति में और मान-सम्मान में वृद्धि होने की मान्यता है। साथ ही जिन लोगों के विवाह में रुकावटें आ रही हैं उनके लिए भी ये रत्न बहुत अच्छा माना जाता है। जानिए पुखराज रत्न पहनने के क्या हैं फायदे और किन राशियों को ये करता है सूट…

पुखराज किन्हें करना चाहिए धारण और किन्हें नहीं: मिथुन, कन्या और वृषभ राशियों के जातकों के लिए ये रत्न शुभ साबित होता है। वृष, मिथुन, कन्या, तुला, मकर व कुम्भ लग्न वाले लोगों को पुखराज नहीं पहनने की सलाह दी जाती है। ज्योतिष अनुसार पुखराज के साथ कभी भी पन्ना, नीलम, हीरा, गोमेद व लहसुनिया नहीं पहनना चाहिए। बृहस्पति ग्रह अगर छठें, आठवें व 12वें भाव का स्वामी है तो पुखराज कभी भी धारण नहीं करना चाहिए। जिनकी कुंडली में बृहस्पति का शुभ प्रभाव बहुत कम हो उनके लिए पुखराज रत्न लकी साबित हो सकता है। धनु और मीन राशि के जातकों के लिए ये रत्न विशेष रूप से सौभाग्यशाली हो सकता है।

पुखराज धारण करने की विधि: पुखराज धारण करने से पहले इसे बुधवार की सुबह स्नान-ध्यान करके गंगाजल में दूध मिलाकर डाल दें। फिर इसे गुरूवार को ऊं बृं बृहस्पते नमः की कम से कम एक माला जाप करके हाथ की तर्जनी अंगुली में धारण कर लें। ध्यान रखें कि पुखराज धारण करने के बाद बुधवार और गुरुवार को नशा और नॉनवेज का सेवन बिल्कुल भी न करें। पुखराज सूर्योदय से लेकर सबुह 10 बजे तक के बीच में कभी भी धारण कर लें। यह भी पढ़ें- मेष राशि और भरणी नक्षत्र में जन्मे हैं गृह मंत्री अमित शाह, अपनी धुन के पक्के होते हैं इस नक्षत्र में जन्मे लोग

पुखराज के लाभ: ज्योतिषियों के अनुसार पुखराज धारण करने से धन, समृद्धि, व्यवसाय, साहस में वृद्धि होती है। ये चैतन्य व आकलन शक्ति को बढ़ाता है। इससे बुद्धि का विकास होता है। व्यक्ति में सही समय पर सही निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। कई प्रकार की शारीरिक और मानसिक बीमारियों का इलाज करने के लिए भी पुखराज शुभ माना जाता है। खासकर ये रत्न हड्डियों, पैरों और बालों के स्वास्थ्य को लाभ पहुँचाता है। यह भी पढ़ें- इन 4 राशि वालों की होती है अट्रैक्टिव पर्सनैलिटी, आसानी से जीत लेते हैं किसी का भी दिल