Numerology: अंक ज्योतिष में नंबर 8 का संबंध शनि से बताया गया है। शनि कर्मफल दाता है इसलिए जिन लोगों की डेट ऑफ बर्थ का मूलांक 8 होता है वे लोग कर्म प्रधान होते हैं। महीने की 8, 17 या 26 तारीख को जन्मे लोगों का मूलांक 8 होगा। इन जन्म तारीख वाले लोग रहस्यमयी प्रवृत्ति के होते हैं। ये लोग कब क्या कर बैठें ये कोई नहीं जान सकता। जानिए मूलांक 8 के बारे में खास बातें…
ये लोग गंभीर स्वभाव के होते हैं और हर विषय पर गहनता से सोचते हैं। इन लोगों को दिखावा बिल्कुल भी पसंद नहीं आता। इन लोगों को भाग्य से ज्यादा कर्म पर भरोसा होता है। ये लोग हाथ में लिए काम को हर हाल में पूरा करके ही चैन लेते हैं। जीवन में कैसी भी परिस्थिति आए ये उसमें अपने आप को ढाल ही लेते हैं। ये लोग न तो किसी की चापलूसी करते हैं और न ही इन्हें चापलूसी करवाना पसंद है। इस अंक वालों को पूर्ण सफलता मेहनत करने के बाद ही मिलती है क्योंकि इन्हें भाग्य का साथ कम ही मिलता है।
मूलांक 8 वाले अधिकतर शनि ग्रह से जुड़े हुए व्यापार करते हैं। अगर ये लोग इंजीनियर, इलेक्ट्रॉनिक्स, पेट्रोल पंप, रियल एस्टेट, ऑटोमोबाइल, तेल, कंस्ट्रक्शन और लोहे की वस्तुओं से संबंधित व्यापार करें तो इन्हें सफलता मिलने के ज्यादा आसार रहेंगे। इस मूलांक वाले लोग परिश्रम के कार्यों में अधिक सफल होते हैं। अपने लव पार्टनर पर हावी रहती हैं इन 3 राशियों की लड़कियां, इनसे जीत पाना होता है मुश्किल
मूलांक 8 वालों का जीवन सामान्य रहता है। इनके प्रेम संबंध स्थाई नहीं रहते। इनकी शादीशुदा लाइफ में भी कोई न कोई परेशानी आती रहती है। इनका जिद्दीपन और गंभीर स्वभाव इनके रिश्ते खराब होने का सबसे बड़ा कारण माना गया है। इस मूलांक वालों की शादी भी अमूमन देरी से होती है। संतान पक्ष से भी इन्हें कुछ न कुछ कष्ट मिलने के आसार रहते हैं। इस मूलांक वालों का मूलांक 3, 4, 5, 7, 8 वालों से ज्यादा लगाव रहता है। मिथुन और तुला वालों पर से खत्म होने वाली है शनि ढैय्या, जानिए डेट
इनकी आर्थिक स्थिति अच्छी रहती है। क्योंकि मूलांक 8 वाले लोगों में धन संग्रह करने की अच्छी प्रवृत्ति होती है। ये लोग फालतू का खर्च बिल्कुल भी नहीं करते यही कारण है कि ये काफी धन इकट्ठा कर लेते हैं और धनवान बन जाते हैं।
इस मूलांक वाले लोगों को अपनी किस्मत चमकाने के लिए हर सोमवार के दिन शिव का रुद्राभिषेक करना चाहिए। पक्षियों को दाना डालना चाहिए। गरीबों की सहायता करनी चाहिए।