Durga Puja 2019 Date Bihar: शारदीय नवरात्रि 29 सितंबर से शुरु हो रहे हैं। हिंदू धर्म के लोगों के लिए ये पूजा अर्चना के विशेष दिन होते हैं। इन दिनों मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की उपासना की जाती है। वैसे तो माता की सवारी शेर ही है पर नवरात्रि में उनके वाहन उनके आगमन के दिनों के अनुसार बदलते रहते हैं। इस बार वाराणसी पंचांग और मिथिला पंचांग के अनुसार माता का आगमन हाथी पर हो रहा है, जिसे शुभ नहीं माना जा रहा है। तो वहीं माता के गमन की बात करें तो वाराणसी पंचांग के अनुसार ये घोड़े पर होगा जो कि शुभ नहीं है लेकिन मिथिला पंचांग के अनुसार माता का गमन नाव पर होगा जिसे शुभ माना गया है।
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ज्योतिष अनुसार इस बार मां का आगमन व गमन दोनों ही शुभ नहीं है, लेकिन मां की पूजा सभी दिन होगी, जिससे भक्तों को शुभ फल प्राप्त हो सकेगा। इस बार तिथि का क्षय नहीं है। 8 अक्टूबर को विजयादशमी है इसी दिन नवरात्रि पूजन का समापन होगा। नवरात्र में लोग अपने घरों में कलश की स्थापना करते हैं। मिथिला पंचांग के अनुसार 29 सितंबर यानी नवरात्र के पहले दिन रात 10.11 मिनट तक प्रतिपदा है। जिस कारण कलश स्थापना का लंबा समय मिलेगा। यानी कि नवरात्रि के पहले दिन कभी भी कलश की स्थापना की जा सकती है। लेकिन कलश स्थापना के लिए प्रात:काल का समय सबसे उत्तम रहेगा।
शरद नवरात्रि की तिथियां :
नवरात्रि दिन पहला (प्रतिपदा), 29 सितंबर 2019 (रविवार) – घटस्थापना, मां शैलपुत्री पूजा।
नवरात्रि दिन दूसरा (द्वितीया), 30 सितंबर 2019 (सोमवार) – मां ब्रह्मचारिणी पूजा।
नवरात्रि दिन तीसरा (तृतीया), 1 अक्टूबर 2019, (मंगलवार) – मां चंद्रघंटा पूजा।
नवरात्रि दिन चौथा (चतुर्थी), 2 अक्टूबर 2019 (बुधवार) – मां कूष्मांडा पूजा।
नवरात्रि दिन पांचवा (पंचमी), 3 अक्टूबर 2019 (गुरुवार) – मां स्कंदमाता पूजा।
नवरात्रि दिन छठा (षष्ठी), 4 अक्टूबर 2019 (शुक्रवार) – मां कात्यायनी पूजा।
नवरात्रि दिन सातवां (सप्तमी), 5 अक्टूबर 2019 (शनिवार) – मां कालरात्रि पूजा।
नवरात्रि दिन आठवां (अष्टमी), 6 अक्टूबर 2019, (रविवार) – मां महागौरी, दुर्गा महा अष्टमी पूजा, दुर्गा महा नवमी पूजा
नवरात्रि दिन नौवां (नवमी), 7 अक्टूबर 2019, (सोमवार) – मां सिद्धिदात्री नवरात्रि पारणा।
नवरात्रि दिन दसवां (दशमी), 8 अक्टूबर 2019, (मंगलवार) – दुर्गा विसर्जन, विजय दशमी।