Nag Panchami 2019, Sawan Somwar vrat: 5 अगस्त को नागपंचमी का पर्व मनाया जायेगा। धार्मिक दृष्टि से हिंदू धर्म के लोगों के लिए इस दिन का खास महत्व होता है। इस दिन भगवान शिव के साथ-साथ नागों की पूजा की जाती है। हर साल श्रावण मास की शुक्ल की पंचमी तिथि को यह पर्व मनाया जाता है। कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए नागपंचमी सबसे उत्तम दिन माना गया है। इस बार की नागपंचमी कई मायनों में खास रहने वाली है। एक तो ये कि कई सालों बाद नागपंचमी का पर्व भगवान शिव को समर्पित सोमवार के दिन पड़ रहा है और इसी के साथ बहुत से और ऐसे दुर्लभ शुभ संयोग बन रहे हैं जिस कारण इस पर्व का फल दोगुना मिलेगा।
इस बार की नाग पंचमी में ये है खास –
– ऐसा 20 साल बाद हो रहा जब नाग पंचमी सोमवार के दिन आ रही है। इस कारण से इस दिन पूजा का दो गुना फल प्राप्त होगा।
– कई पंडितों के अनुसार, जैसा योग इस बार कि पंचमी में बन रहा है वैसा योग आखिरी बार 16 अगस्त 1993 को बना था और अगली बार ऐसा 21 अगस्त 2023 को बनेगा।
– इस बार की नाग पंचमी दो दिन मनाई जाएगी। पंचमी तिथि 4 अगस्त शाम को 6:48 से 5 अगस्त की दोपहर 2:52 तक रहेगी। इस तरह से दो दिनों तक आप नागपंचमी की पूजा का लाभ उठा सकते हैं।
– सोमवार के दिन नाग पंचमी के आने के कारण कई शिव मंदिरों में भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। क्योंकि इस दिन भारी मात्रा में शिव के भक्त मंदिरों में उपस्थित रहेंगे।
– साल में केवल एक बार नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट खोले जाते हैं, और इस बार यह नाग पंचमी के दिन खोले जाएंगे। ऐसे में भगवान नागचंद्रेश्वर व महाकालेश्वर के दर्शन करने के लिए भारी मात्रा में भक्तजन आएंगे।
– इस नाग पंचमी पर पंचयोग बनेंगे – सर्वार्थ सिद्धियोग, चंद्र प्रधान, हस्त नक्षत्र, रवियोग और सिद्धयोग। इन योगों के होने से नागपंचमी का दिन काफी शुभ रहने वाला है।