Mata Rani Aarti Jai Ambe Gauri: नवरात्रि के पावन दिल चल रहे हैं। घर-घर मां अंबे की पूजा अराधना की जा रही है। कहते हैं मां अंबे की पूजा-अर्चना करने से मनुष्य के सारे पाप धुल जाते हैं और घर परिवार में सुख शांति का वास होता है। नवरात्रि के नौ दिन लोग पूरी श्रृद्धा भाव से माता को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। नवरात्रि की पूजा में मंत्र, कथा के साथ माता की आरती करना भी जरूरी माना जाता है। यहां जानिए माता रानी किस आरती से होती हैं प्रसन्न।
Maa Durga Ji Ki Aarti: जय अम्बे गौरी . . .
जय अम्बे गौरी मैया जय श्यामा गौरी।
तुमको निशिदिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिव री ॥1॥
मांग सिंदूर बिराजत टीको मृगमद को ।
उज्ज्वल से दोउ नैना चंद्रबदन नीको ॥2॥
कनक समान कलेवर रक्ताम्बर राजै।
रक्तपुष्प गल माला कंठन पर साजै ॥3॥
केहरि वाहन राजत खड्ग खप्परधारी ।
सुर-नर मुनिजन सेवत तिनके दुःखहारी ॥4॥
कानन कुण्डल शोभित नासाग्रे मोती ।
कोटिक चंद्र दिवाकर राजत समज्योति ॥5॥
शुम्भ निशुम्भ बिडारे महिषासुर घाती ।
धूम्र विलोचन नैना निशिदिन मदमाती ॥6॥
चौंसठ योगिनि मंगल गावैं नृत्य करत भैरू।
बाजत ताल मृदंगा अरू बाजत डमरू ॥7॥
भुजा चार अति शोभित खड्ग खप्परधारी।
मनवांछित फल पावत सेवत नर नारी ॥8॥
कंचन थाल विराजत अगर कपूर बाती ।
श्री मालकेतु में राजत कोटि रतन ज्योति ॥9॥
श्री अम्बेजी की आरती जो कोई नर गावै ।
कहत शिवानंद स्वामी सुख-सम्पत्ति पावै ॥10॥
मां दुर्गा के मंत्र:
-सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।
-ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।
-नवार्ण मंत्र ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै’ का जाप अधिक से अधिक अवश्य करें।
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नवरात्रि के दौरान करें ये ज्योतिषीय उपाय:
मान्यता है कि नवरात्रि के दौरान घर में तुलसी का पौधा लगाने से माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
नवरात्रि में केले का पौधा लगाकर उसकी विधिवत पूजा करने से आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे सुधरने लगती है।
नवरात्रि में हरसिंगार का पौधा लगाना भी शुभ माना जाता है।
नवरात्रि में ज़रुरतमंदों और गरीबों को अपनी यथाशक्ति के अनुसार दान दें।