Maha Shivratri (Mahashivratri) 2020, Shani Upay: शनिदेव को कर्मफल दाता कहा जाता है। ये सभी को कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। कहा जाता है कि शनि साढ़े साती या ढैय्या हमेशा दुख ही दे ऐसा नहीं है। अगर आपके कर्म अच्छे हैं और शनि आपकी कुंडली में मजबूत स्थिति में विराजमान हैं तो शनि के आप पर अच्छे प्रभाव ही देखने को मिलेंगे। लेकिन जिस जातक की कुंडली में शनि की स्थिति अच्छी नहीं है उसे जीवन में कई कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ता है। लेकिन शनि को एक तरीके से आप आसानी से प्रसन्न कर सकते हैं वो तरीका है शिवजी की अराधना। माना जाता है शनि शिव के भक्त हैं इसलिए वो इनके भक्तों को कभी नहीं सताते। जानिए महाशिवरात्रि पर शिव जी अराधना से कैसे शनिदेव होंगे प्रसन्न…

शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए इस महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की सच्चे मन से अराधना करें। इस दिन भगवान शिव का अभिषेक गंगाजल में काले तिल मिलाकर करें तथा महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी अवश्य करें। ज्योतिष अनुसार महाशिवरात्रि पर इस तरह से शिव का अभिषेक करने पर आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होने शुरू हो जाएंगे तथा आपके जीवन में सुख शांति और समृद्धि भी बनी रहेगी।

शनि से जुड़े दोष दूर करने या फिर उनकी कृपा पाने के लिए नियमपूर्वक शिव सहस्त्रनाम या शिव के पंचाक्षरी मंत्र का पाठ करना चाहिए। इससे सभी तरह की बाधाएं दूर होती हैं। इस उपाय से शनि द्वारा मिलने वाला नकारात्मक परिणाम जल्द समाप्त हो जाता है। शिव चालीसा का पाठ भी शनि दोष से मुक्ति के लिए उत्तम माना गया है। शमी का फूल भगवान शिव को चढ़ाने से भी शनिदेव प्रसन्‍न हो जाते हैं।

ज्योतिष मुताबिक इस बार महाशिवरात्रि के दिन 117 साल बाद शनि और शुक्र का दुर्लभ योग भी बन रहा है। इस दिन शनि अपनी स्वयं की राशि मकर में और शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में रहेंगे। यह एक दुर्लभ योग माना गया है, जब ये दोनों बड़े ग्रह महाशिवरात्रि पर इस स्थिति में रहेंगे। इस योग में भगवान शिव की आराधना करने पर शनि के साथ-साथ गुरु, शुक्र के दोषों से भी मुक्ति मिल सकेगी।