Maghi Ganesh Jayanti 2020: हिंदी कैलेंडर के मुताबिक माघ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश जयंती मनाई जाती है। इस महीने यह 28 जनवरी को मनाया जाएगा। आमतौर पर महाराष्ट्र में गणेशोत्सव के दौरान गणपति बप्पा की धूमधाम से पूजा की जाती है। परंतु मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में माघी गणेश जयंती भी अनोखे तौर पर मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश की उपासना लाभकारी है। अग्नि पुराण में मोक्ष की प्राप्ति के लिए माघ मास की चतुर्थी को खास बताया गया है। दक्षिण भारत में माघ मास की गणेश चतुर्थी के विषय में ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था। मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में माघ मास की गणेश चतुर्थी को उत्साह से मनाया जाता है। 25 जनवरी से 1 फरवरी तक मनाए जाने वाले माघी गणेश जयंती के लिए सिद्धिविनायक मंदिर में  तैयारी शुरू हो गई है।

पूजा-विधि: माघी गणेश जयंती पर पूजा के लिए सबसे पहले सूर्योदय से पहले स्नान-ध्यान करके शुद्ध कपड़े धारण करें। पूजा-स्थान पर गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें। इसके बाद इनकी विधिवत पूजा करें। पूजा शुरू करने के लिए ‘गजाननं भूतगणादिसेवितं कपित्थजम्बूफलचारु भक्षणम्ं। उमासुतं शोकविनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वरपादपङ्कजम्॥’ मंत्र को बोलें। फिर संकल्प लेकर ‘ऊं गं गणपतये नम:’ मंत्र बोलकर विधिवत गणेश की की पूजा कर आरती करें। आरती के बाद गणेश जी को 11 या 21 लड्डुओं का भोग लगाएं। शाम के समय ब्राह्मण भोजन कराकर खुद भोजन करें।

माघी गणेश जयंती शुभ मुहूर्त: चतुर्थी तिथि की शुरुआत 28 जनवरी, 2020 को सुबह 8 बजकर 20 मिनट से शुरू हो रही है। साथ ही चतुर्थी तिथि का समापन सुबह 10 बजकर 50 मिनट पर हो रहा है।

दक्षिण भारत में माघ शुक्ल गणेश चतुर्थी को तिल कुंड चतुर्थी या माघ विनायक चतुर्थी के तौर पर मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन गणेश तरंगे पृथ्वी पर आई थी। इसलिए इस दिन को गणेश जयंती के रूप में मनाया जाता है।