Lunar Eclipse or Chandra Grahan May 2021: चंद्र ग्रहण का धार्मिक महत्व है। भारत में इसे लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं। ज्योतिष की मानें तो चंद्र को ग्रहण लगना शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए इस दौरान कुछ विशेष कार्यों को करने की मनाही होती है। 26 मई को साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। इस दिन वैशाख पूर्णिमा भी है। भारत में ये ग्रहण उपच्छाया मात्र ही दिखाई देगा। जानिए चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें…
चंद्र ग्रहण के दौरान क्या न करें:
– ग्रहण के समय किसी भी तरह के नये काम की शुरुआत न करें।
– गर्भवती महिलाएं घर से बाहर न निकलें और न ही इस दौरान धारदार वस्तुएं (जैसे चाकू, कैंची और छुरी) प्रयोग करें।
– इस दौरन भोजन पकाना और बनाना दोनों ही मना होता है। हालांकि बुजुर्ग, रोगी एवं बच्चे जरूर पड़ने पर भोजन कर सकते हैं।
– देवी-देवताओं की मूर्ति को न तो हाथ लगाएं और न ही तुलसी के पौधे को स्पर्श करें।
– ग्रहण काल में सोने की भी मनाही होती है।
– ग्रहण काल में शारीरिक संबंध भी नहीं बनाने चाहिए।
– ग्रहण के दौरान दांतून करने, स्नान करने, बालों पर कंघी लगाने और मलमूत्र का त्याग करने से भी बचना चाहिए।
ग्रहण काल में क्या करें:
– चंद्र ग्रहण शुरू होने से पहले ही खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डालकर रख देने चाहिए इससे भोजन दूषित नहीं होता है।
– ग्रहण के दौरान धार्मिक पुस्तकों को पढ़ना चाहिए।
– ग्रहण के बुरे प्रभावों से बचने के लिए मन ही मन मंत्रों का जाप करना चाहिए।
– ग्रहण के दौरान : “ॐ क्षीरपुत्राय विद्महे अमृत तत्वाय धीमहि तन्नो चन्द्रः प्रचोदयात्” मंत्र का जाप करें।
– ग्रहण के समय चंद्र देव की पूजा करनी चाहिए।
– ग्रहण के समय नवग्रह, गायत्री एवं महामृत्युंजय आदि शुभ मंत्रों का जाप करना चाहिए। साल का पहला चंद्र ग्रहण, कब, कहां और कैसे देखें, जानिए पूरी डिटेल
26 मई के चंद्र ग्रहण की जरूरी बातें: ये साल का पहला चंद्र ग्रहण होगा। जो 26 मई को दोपहर 2 बजकर 18 मिनट से शुरू होकर शाम 7 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। ये ग्रहण अनुराधा नक्षत्र और वृश्चिक राशि में लगने जा रहा है। इसे भारत के अलावा पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर और अमेरिका के कई भागों में देखा जा सकेगा। चंद्र ग्रहण का 5 राशियों पर शुभ प्रभाव, नौकरी-बिजनेस में होगी तरक्की, देखें आपकी राशि इसमें है या नहीं