Karwa Chauth 2021 Date (Karva Chauth Fast During Pregnancy And Breastfeeding): करवाचौथ सुहागिन स्त्रियों द्वारा किये जाने वाला प्रमुख व्रत है। यह व्रत मुख्य तौर पर पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और राजस्थान में किया जाता है। यह व्रत निर्जला रखा जाता है। यानी इसमें अन्न और जल कुछ भी ग्रहण नहीं किया जाता। व्रत सूर्योदय से शुरू होता है और रात्रि में चंद्रदर्शन के बाद ही सम्पूर्ण होता है। इस बार ये व्रत 24 अक्टूबर को रखा जाएगा। जानिए प्रेगनेंट और ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाएं ये व्रत कैसे करें?
प्रेगनेंट और ब्रेस्टफीडिंग महिलाओं के लिए जरूरी टिप्स: वैसे तो प्रेगनेंट और ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को ये व्रत करने से बचना चाहिए। क्योंकि जब महिलाएं प्रेग्नेंट होती हैं तो उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस दौरान लंबे समय तक भूखा प्यासा रहना गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए अच्छा नहीं रहता। ऐसे में डॉक्टर तो व्रत करने से मना करते हैं। इसी तरह से स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी व्रत करने की सलाह नहीं दी जाती। क्योंकि 6 महीने तक बच्चा पूरी तरह से मां के दूध पर निर्भर रहता है। दूध की पूर्ति के लिए थोड़े-थोड़े समय में कुछ न कुछ पौष्टिक चीजें खाने की जरूरत पड़ती है।
लेकिन इस व्रत से कई महिलाओं की गंभीर आस्था जुड़ी होती है जिस कारण वो इन परिस्थितियों में भी व्रत रखना चाहती हैं। तो ऐसे में आपको अपने और अपने बच्चे की सेहत का ध्यान में रखते हुए व्रत करना चाहिए। ध्यान रखें कि इस दौरान निर्जला व्रत बिल्कुल भी न रखें। बीच बीच में फल, फलों का रस, दूध और मेवे आदि लेती रहें। व्रत के दौरान खाली पेट बिल्कुल भी न रहें। अन्न की बजाय आप पूरे दिन फलाहार कर सकती हैं। (यह भी पढ़ें- दशहरा का पर्व इन 4 राशि वालों के लिए हो सकता है खास, हर क्षेत्र में सफलता मिलने के बन रहे योग)
कब है करवाचौथ 2021? करवा चौथ का व्रत साल 2021 में 24 अक्टूबर को रखा जाएगा। ये व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। चतुर्थी तिथि की शुरुआत 24 अक्टूबर को 3 बजे से होगी और इसकी समाप्ति 25 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 43 मिनट पर होगी। 24 अक्टूबर को करवाचौथ पूजा का मुहूर्त शाम 5 बजकर 43 मिनट से शाम 06 बजकर 59 मिनट तक रहेगा।