Karwa Chauth 2022 Moon Rise Time Today Updates: ऐसा माना जाता है कि करवा चौथ का व्रत सच्ची श्रद्धा के साथ किया जाए तो माता पार्वती से हमेशा के लिए भाग्यशाली रहने का वरदान मिलता है। इसलिए यह त्योहार उत्तर और उत्तर-पूर्वी भारत के राज्यों में बहुत प्रसिद्ध है। करवा चौथ का व्रत तभी पूरा माना जाता है जब इस दिन चंद्रमा को देखकर चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है और पूजा की जाती है।
इसलिए इस दिन चंद्रोदय का महत्व बहुत अधिक होता है। व्रत रखने वाली महिलाएं इस दिन चांद का बेसब्री से इंतजार करती हैं। कई महिलाएं जो पहली बार करवा चौथ व्रत रखती हैं, उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं होता है कि करवा चौथ की शाम को अक्सर चंद्रमा देर से उगता है और वे बार-बार खुले आसमान के नीचे जाती हैं और चांद दिखने का इंतजार करती हैं। ऐसे में कई खगोलशास्त्री चंद्रोदय का समय बताते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि भारत के सभी राज्यों में चंद्रमा अलग-अलग समय पर दिखाई देता है। इस समय में ज्यादा बदलाव नहीं है। चंद्रोदय भारत के सभी राज्यों में 2 से 3 मिनट के अंतर से होता है।
करवा चौथ पर कब दिखेगा चांद, देखें वीडियो
करवा चौथ चंद्रोदय का समय (Karwa Chauth Chand Nikalne Ka Time)
दिल्ली में रात 8:24 बजे
नोएडा में रात 8:07 बजे
लखनऊ में शाम 7:56 बजे
गुरुग्राम में रात 8:08 बजे
जयपुर में रात 8:17 बजे
मुंबई में रात 8:47 बजे
आगरा में रात 8:07 बजे
अलीगढ़ में रात 8:06 बजे
मेरठ में रात 8:05 बजे
गोरखपुर में शाम 7:47 बजे
सहारनपुर में रात 8:03 बजे
बरेली में शाम 7:59 बजे
रामपुर में रात 8:00 बजे
सहारनपुर में रात 8:03 बजे
चंडीगढ़ में रात 8:29 बजे
गांधीनगर (गुजरात) में रात 8:36 बजे
भोपाल (एमपी) में रात 8:17 बजे
पणजी (गोवा) में रात 8:22 बजे
पटना (बिहार) में रात 8:47 बजे
रांची (झारखंड) में रात 8:44 बजे
रायपुर (छ.ग.) में रात 8:57 बजे
हैदराबाद (आंध्र प्रदेश) में रात 8:05 बजे
बैंगलोर (कर्नाटक) में रात 8:30 बजे
तिरुवनंतपुरम (केरल) में रात 8:45 बजे
पांडिचेरी में रात 8:11 बजे
भुवनेश्वर (ओडिशा) में रात 8:23 बजे
कोलकाता (पश्चिम बंगाल) में रात 8:30 बजे
देश के कई हिस्सों में चांद दिखाई दिया और महिलाओं मे पूजन कर चंद्र देव को जल अर्पण किया और फिर अपने पति के हाथों से जल आदि ग्रहण कर व्रत को समाप्त किया।
दिल्ली और नोएडा में भी चांद दिखाई दिया। व्रती महिलाओं ने विधि -विधान से चंद्र देव की पूजा की और अपने पति के लंबी उम्र की कामन की फिर पति के हाथों से जल ग्रहण कर निर्जला व्रत को समाप्त किया।
उत्तर प्रदेश के बरेली, सहारनपुर, आगरा सहित कई जिलों में चांद दिखाई दिया। चंद्र दर्शन के साथ ही सुहागिनों से पूजा की और फिर पति के हाथों से पारण कर व्रत को समाप्त किया।
लखनऊ, चंड़ीगढ़ और गोरखपुर में चांद दर्शन के बाद व्रती महिलाओं ने चंद्र देव की पूजा की। रात 9 बजे तक देश के सभी शहरों में चांद निकल जाएगा।
मान्यता के अनुसार जब तक चांद का दर्शन और पूजन नहीं हो जाता तब तक व्रत नहीं समाप्त होता है। महिलाएं चंद्र देव के मंत्र का जाप कर चांद का इंतजार कर सकती हैं। भगवान शिव के मंत्र का जाप करना भी शुभ माना जाता है।
रात 9 बजे तक देश के सभी हिस्सों में चांद निकल जाएगा और व्रती महिलाएं चांद दर्शन और पूजन करने के बाद अपने व्रत को समाप्त कर सकती है।
भोपाल में रात 8 बजकर 17 मिनट पर व्रती महिलाएं चांद का दर्शन कर सकेंगी। वहीं देहरादून में रात 8 बजकर 2 मिनट पर चांद दिखाई देगा। जयपुर में रात 8 बजकर 19 मिनट पर चांद दिखाई देगा।
उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में रात 8 बजे चांद दिखाई देगा। वहीं सहारनपुर में रात 8 बजकर 3 मिनट पर और अलीगढ़ में रात 8 बजकर 6 मिनट पर चांद दिखाई देगा।
प्रयागराज में रात 7 बजकर 57 मिनट पर चांद दिखाई देगा। वहीं वाराणसी में 7 बजकर 52 मिनट पर व्रती महिलाओं को चांद के दर्शन होंगे। बरेली में 7 बजकर 59 मिनट पर चांद दिखाई देगा।
अलीगढ़ में रात 8बजकर 12 मिनट पर और आगरा में रात 8बजकर 10 मिनट पर चांद दिखाई देगा। वहीं मुथरा में करीब 8 बजकर 8 मिनट पर और कानपुर में 8 बजकर 2 मिनट पर चांद दिखाई देगा।
भुवनेश्वर में चांद दिखने का टाइम रात 8 बजकर 23 मिनट है। वहीं कोलकाता में रात 8 बजकर 30 मिनट पर चांद दिखेगा। मौसम विभाग के अनुसार अधिकांश बड़े शहरों में आज मौमस साफ रहने की संभावना है।
पटना में चांद रात 8 बजकर 47 मिनट पर दिखेगा। वहीं रांची में चांद 8 बजकर 44 मिनट पर दिखेगा। चांद दिखने से साथ ही व्रती महिलांए चंद्र पूजन शुरु करती हैं।
नोएडा में रात 8 बजकर 7 मिनट पर चांद दिखाई देगा। वहीं लखनऊ में शाम 7 बजकर 56 मिनट पर चांद दिखाई देगा। देश के विभिन्न हिस्सों में चांद दिखने के समय में दो से तीन मिनट का अंतर रहेगा।
देश के विभिन्न हिस्सों में चांद अलग- अलग समय पर दिखाई देगा। दिल्ली में रात 8 बजकर 24 मिनट पर चांद दिखाई देगा। इस बाद व्रती महिलाएं पूजा कर व्रत समाप्त कर सकती है।
चंद्रोदय के समय चलनी से चंद्रमा को देख। उसके बाद जल में दूध मिलाकर चंद्रमा को अर्पण करें, फूल चढ़ाए और मिठाई का भोग लगाए और धी का दीपक जलाकर पूजा करें।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बार करवा चौथ का व्रत कर्क,वृषभ और मिथुन राशि के लोगों के लिए बेहद लाभप्रद हो सकता है। इन राशि के जातकों को अच्छे समाचार मिल सकते हैं।
मान्यता के अनुसार कुवारी कन्याएं भी अपने सच्चे जीवन साथी की कामना के लिए व्रत रख सकती है। लेकिन कुवारी कन्याओं के लिए कुछ नियम हैं, जिनका पालन उन्हें करना होता है।
इन दिन व्रती महिलाएं शाम के समय 16 श्रृगांर जरूर करें। मान्यता है कि इससे माता पार्वती प्रसन्न होती हैं। व्रती महिलाएं लाल और गुलाबी रंग के ही कपड़े पहनकर पूजा करें।
करवा चौथ व्रत के पिछे एक पौराणिक कथा भी है। सभी सुहागिन महिलाएं साल में एक बार पड़ने वाले इस व्रत को जरूर रखती है। साथ ही विधि-विधान से बड़े की आराधना से पूजा करती है।
व्रती महिलाएं सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर घर से साफ-सफाई करें और अपने पति की लंबी आयु का संकल्प लेकर व्रत को शुरू करें। चंद्रोदय से पहले वेदी बनाकर भगवान शिव और माता पार्वती की विधि - विधान से पूजा करें।
मौसम विभाग के अनुसार आज देश के ज्यादातर शहरों में मौसम साफ रहेगा और चांद समय पर दिखाई देगा। विभिन्न राज्यों में चांद अलग-अगल समय पर दिखाई देगा। इन समय में 2 से 3 मिनट का अंतर होगा।
ज्योतिष के अनुसार करवा चौथ पूजा का अभिजित मुहूर्त सुबह 11 बजकर 44 से रात 12 बजकर 30 मिनट तक है। यह व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। सुहागिन महिलाओं के लिए इस व्रत का बहुत महत्व होता है।
इस बार करवा चौथ पर कई शुभ संयोग भी बन रहे हैं। इस समय शनि ग्रह, बुध ग्रह और गुरु ग्रह अपनी ही राशि में है। ऐसे में कई राशियों के लोगों के लिए यह लाभप्रद हो सकता है। इस दौरान धन लाभ भी प्राप्त हो सकता है।
मान्यता के अनुसार यह व्रत रखने से पति की उम्र लंबी होती है। साथ ही इस दिन विधि और नियम पूर्वक भगवान शिव की पूजा करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। व्रत चांद को देखने के बाद ही समाप्त किया जाता है।
करवा चौथ के व्रत में चांद के दर्शन और चांद को जल अर्पण करने के बाद ही व्रती महिलाएं कुछ खाती हैं। इस दिन भगवान शिव और पार्वती माता की पूजा का विशेष महत्व ज्योतिष में बताया गया है।
इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए एक दिन का उपवास रखती हैं। इस बार करवा चौथ 13 नवंबर को पड़ रहा है।
Karwa Chauth 2022 Moonrise Time Today, Puja Vidhi, Muhurat, Chand Nikalne ka Samay Today Updates: करवा चौथ के व्रत को तभी पूर्ण माना जाता है जब इस दिन चंद्र दर्शन कर चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाए और उसकी उपासना की जाए।