Karwa Chauth 2018 Date: अक्टूबर आते ही त्योहारों का मौसम शुरू हो गया है। इसी महीने में पति-पत्नी का पावन पर्व करवा चौथ भी आता है। कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ मनाया जाता है। पति-पत्नी के पावन रिश्ते का यह पर्व हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इसमें महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूरे दिन व्रत रखती हैं और रात में चांद को अर्घ्य देकर व्रत खोलती हैं। सुखमय गृहस्थ जीवन के लिए करवा चौथ काफी महत्वपूर्ण त्योहार है। हिंदू परंपरा में पति-पत्नी का रिश्ता बहुत पवित्र होता है। ऐसा माना जाता है कि पति-पत्नी का साथ सात जन्मों का होता है।
पौराणिक आख्यानों में सीता-राम, सावित्री-सत्यवान और शिव-पार्वती जैसे चरित्रों की कथाएं पति पत्नी के पवित्र रिश्ते की महत्ता को रेखांकित करते हैं। ऐसे में करवा चौथ का व्रत हर महिला और उसके पति के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। इस साल करवा चौथ 27 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
शुभ मुहुर्त – 27 अक्टूबर को करवा चौथ पूजा का शुभ मुहुर्त शाम 5 बजकर 36 मिनट से 6 बजकर 54 मिनट तक है। इस तकरीबन 1 घंटे 20 मिनट के समयांतराल में पूजन करना शुभफलदायी है। वहीं रात 8 बजे तक चांद के दर्शन हो सकते हैं।
कैसे मनाएं करवा चौथ – करवा चौथ के लिए महिलाएं सुबह उठकर सूर्योदय से पहले सास की बनाई सर्गी खाती हैं। इसके बाद वह दिन भर के लिए निर्जल व्रत रखती हैं। दिन में माता पार्वती, शिव और कार्तिक भगवान की पूजा की जाती है। शाम को देवी की पूजा करके पति की लंबी उम्र की कामना की जाती है। चांद दिखने के बाद महिलाएं छलनी की मदद से पति और चांद की छव देखती हैं। इसके बाद पति पत्नी को पानी पिलाकर व्रत खुलवाता है।
