Dhanteras Date 2019, Dhanteras Kab Hai 2019, Diwali, Dhantrayodashi 2019 Date, Dhanteras Shubh Muhurt for gold purchase: आज यानी 25 अक्टूबर को धनतेरस है। धनतेरस, कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को भगवान धनवन्तरि का जन्म हुआ था। धनतेरस के अलावा इस त्योहार को धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी, धन के देवता कुबेर और यमलोक के राजा यमराज की पूजा की जाती है। पुराणों के अनुसार धनतेरस के दिन कुबेर और लक्ष्मी की साथ पूजा करने से आपके घर पर कृपा रहती है। जानिए कब है धनतेरस की पूजा का सही समय और किस मुहूर्त में फलदायी होगी आपकी खरीदारी। यह त्योहार दिवाली से 2 दिन पहले यानी 27 अक्टूबर को दीपावली है और 25 अक्टूबर को धनतेरस मनाया जाएगा। वहीं 24 अक्टूबर को छोटी दिवाली यानी नरक चतुर्दशी है।
धनतेरस का शुभ मुहूर्त (Dhanteras shubh muhurt)
शाम 7 बजे से आप 8:15 तक भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा का शुभ मुहूर्त है। इस वक्त अगर आप धनतेरस की पूजा करते हैं तो परिणाम फलदायी होगा। सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें और उनके बाद लक्ष्मी को फूल और अक्षत के साथ चंदन लगाएं। बाद में दक्षिण दिशा की ओर यमराज को जल दें। तिल का तिल जलाकर सभी की आरती करें। पूजा के पश्चात अनाज का दान करें।
धनतेरस का पंचांग और शुभ मुहूर्त इस प्रकार है:
धनतेरस की तिथि: 25 अक्टूबर 2019
त्रयोदशी तिथि प्रारंभ: 25 अक्टूबर 2019 को शाम 07.08 बजे से
त्रयोदशी तिथि समाप्त: 26 अक्टूबर 2019 को दोपहर 03.36 बजे तक
धनतेरस पूजा और खरीदारी का शुभ मुहूर्त: 25 अक्टूबर 2019 को शाम 07.08 बजे से रात 08.13 बजे तक
अवधि: 01 घंटे 05 मिनट
इनकी करें खरीदारी (Gold Purchase on dhanteras)
इस दिन सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त- 06:43 PM से 07:08 बजे तक है। तक इस मुहूर्त में यदि आप सोना खरीदते हैं तो उसे बेहद शुभ माना जाएगा।माना जाता है कि धनतेरस के दिन सोना खरीदने से घर में लक्ष्मी प्रवेश करती हैं। इस दिन चांदी के या किसी धातु के बर्तन खरीदना ज्यादा शुभ माना जाता है। इस दिन पीने के पानी का वर्तन खरीदें। इस खास पर्व पर आप मिट्टी की बनी हुई 11 या 9 दीयों वाली लक्ष्मी की मूर्ति भी जरूर खरीदें। यह आपके लिए फलदायी होगी।
झाड़ू की खरीददारी होगी शुभ: धनतेरस के दिन आप सोना खरीदते हैं यह अच्छी बात है लेकिन याद रहे इस दिन आप झाड़ू खरीदें। क्योंकि झाडू़ ही आपके घर द्वार को स्वच्छ रखती है। इस दिन भगवान विष्णु, राम और लक्ष्मी के चरणों का आगमन आपके घर होता है। इसलिए झाड़ू की पूजा करना भी शुभ माना जाता है।
धनतेरस की शुभकामना संदेश (Happy dhanteras, Wishes, Greetings, Images)
धनतेरस पर धन वर्षा की मनोकामना से कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा होती है। लोग अपने प्रिय जनों को शुभकामना संदेश देते हैं। अब आज के मोबाइल युग में विशेज शेयर करने का भी चलन है, तो आइए आपके लिए हमारे पास हैं कुछ खास ग्रीटिंग्स…
Dhanteras 2019 Date and Time, Images, Greetings and wishes
Highlights
धनतेरस के दिन शाम के समय उत्तर दिशा में कुबेर, धन्वंतरि भगवान और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। पूजा के समय घी का दीपक जलाएं। कुबेर को सफेद मिठाई और भगवान धन्वंतरि को पीली मिठाई चढ़ाएं। पूजा करते समय “ॐ ह्रीं कुबेराय नमः” मंत्र का जाप करें। फिर “धन्वन्तरि स्तोत्र” का पाठ करें। धन्वान्तारी पूजा के बाद भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की भी पूजा करें। भगवान गणेश और माता लक्ष्मी के लिए मिट्टी का दीपक जलाएं। उन्हें फूल चढ़ाएं और मिठाई का भोग लगाएं।
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निस दिन सेवत हर-विष्णु-धाता ॥ॐ जय…
उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता । सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ॐ जय…
तुम पाताल-निरंजनि, सुख-सम्पत्ति-दाता ।
जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि-धन पाता ॥ॐ जय…
तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता ।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनि, भवनिधि की त्राता ॥ॐ जय…
जिस घर तुम रहती, तहँ सब सद्गुण आता ।
सब सम्भव हो जाता, मन नहिं घबराता ॥ॐ जय…
तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न हो पाता ।
खान-पान का वैभव सब तुमसे आता ॥ॐ जय…
शुभ-गुण-मंदिर सुन्दर, क्षीरोदधि-जाता ।
रत्न चतुर्दश तुम बिन कोई नहिं पाता ॥ॐ जय…
महालक्ष्मीजी की आरती, जो कई नर गाता ।
उर आनन्द समाता, पाप शमन हो जाता ॥ॐ जय…
धातु का बर्तन अगर पानी का बर्तन हो तो ज्यादा अच्छा होगा - गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां दोनों अलग-अलग होनी चाहिए - खील-बताशे और मिटटी के दीपक, एक बड़ा दीपक भी जरूर खरीदें - चाहें तो अंकों का बना हुआ धन का कोई यंत्र भी खरीदें - इसकी पूजा धनतेरस के दिन कर सकते हैं
- इसके अलावा आप अपनी घर की जरूरत का दूसरा सामान जैसे कि फ्रिज, वॉशिंग मशीन, मिक्सर-ग्राइंडर, डिनर सेट और फर्नीचर भी ले सकते हैं।
- इस दिन वाहन खरीदना शुभ होता है।
- मां लक्ष्मी को धनिया अति प्रिय है। धनतेरस के दिन धनिया के बीज जरूर खरीदने चाहिए।
- धनतेरस के दिन नया झाड़ू खरीदना चाहिए। मान्यता है कि झाड़ू दरिद्रता को दूर करता है।
- आमतौर पर लोग इस दिन सोने-चांदी के आभूषण खरीदते हैं। आप चाहें तो सोने-चांदी के सिक्के भी खरीद सकते हैं।
- धनतेरस के मौके पर चांदी खरीदने से यश, कीर्ति और ऐश्वर्य की वृद्धि होती है। यही नहीं चांदी को चंद्रमा का प्रतीक भी माना जाता है, जो मनुष्य के जीवन में शीतलता लेकर आती है।
- इस दिन धातु के बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। विशेषकर चांदी और पीतल को भगवान धन्वंतरी का मुख्य धातु माना जाता है।
- मान्यता है कि भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के दौरान हाथ में कलश लेकर जन्मे थे। इसलिए धनतेरस के दिन पानी भरने वाला बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है।
- इस दिन व्यापारी नए बही-खाते खरीदते हैं, जिनकी पूजा दीपावली के मौके पर की जाती है।
- इस दिन गणेश और लक्ष्मी की अलग-अलग मूर्तियां जरूर खरीदें। दिवाली के दिन इन प्रतिमाओं की पूजा की जाती है।
- इस दिन खील-बताशे और मिट्टी के छोटे दीपक के साथ दो बड़े दीपक भी खरीदें।
- इस दिन लक्ष्मी जी का श्री यंत्र खरीदना भी शुभ माना जाता है।
- मान्यताओं के मुताबिक धनतेरस के दिन कांच का सामान नहीं खरीदना चाहिए।
- हिन्दू धर्म में काले रंग को शुभ नहीं माना जाता है. ऐसे में कहा जाता है कि धनतेरस के दिन काले रंग की चीजें नहीं खरीदनी चाहिए।
- इस दिन नुकीली चीजें जैसे कि कैंची और चाकू नहीं खरीदना चाहिए।
सोना चांदी ही नहीं अपनी राशि अनुसार कोई भी धातु खरीद सकते हैं धनतेरस पर। यानी ऐसा कुछ भी जो आपके या घर के जरूरत की हो, उसे आज खरीदना चाहिए। हां कुछ धातुओं के साथ दोष है जैसे एल्युमीनियम। वैसे देखा जाए तो सेहत की दृष्टि से भी ये धातु उचित नहीं है। हालांकि सोना और चांदी ऐसे धातु हैं जिन्हें हमेशा शुद्ध माना जाता है इसलिए सिर्फ इन्हीं धातुओं की खरीदारी को प्रधानता दी गई है। पर हकीकत ये है कि आप राशि के अनुसार भी शुभ धातु की खरीदारी धनतेरस पर कर सकते हैं। राशि अनुसार जानिए धनतेरस पर क्या खरीदें और किन उपायों को करने से घर आएगी सुख समृद्धि
धनतेरस पर मां लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजा होती है। भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद का भी जनक कहते हैं। तो अगर आपको घर में निरोग, सुख संपन्नता और धन धान्य चाहिए तो आज इनकी पूजा के साथ अपने मुख्य द्वार पर इन देवों का स्वागत भी करें। चावल के उपर दीप रखकर चौखट के दोनों ओर जलाएं।
धनतेरस पर कई लोग सोने-चांदी की खरीदारी करते हैं। लेकिन अगर इन दोनों ही चीजों की खरीदारी करना संभव न हो तो आप पीतल की खरीदारी कर सकते हैं। क्योंकि पीतल को तीसरी सबसे अच्छी धातु माना गया है। भगवान धन्वंतरि को भी धातु अति प्रिय है। इसलिए धनतेरस पर पीतल की वस्तुएं घर में शुभता लेकर आती हैं।
धनतेरस पर सोने चांदी की खरीदारी करने का सबसे शुभ मुहूर्त शाम 6.43 बजे से 7.09 बजे तक रहेगा।
धनतेरस पर नया झाड़ू और सूप खरीदने का भी चलन है। इस दिन इसकी भी पूजा की जाती है। इस दिन घर को साफ सफाई से लेकर पवित्रता को संपन्न किया जाता है।
धनतरेस पर धन्वंतरि और लक्ष्मी गणेश की पूजा करने के लिए सबसे पहले एक लकड़ी का पाटा लें और उस पर स्वास्तिक का निशान बनाएं। उसके बाद पाटे पर तेल का दिया जलाकर रख दें और आस-पास गंगाजल की छीटें लगाएं। दीपक पर रोली और चावल का तिलक लगाएं। दिपक में थोड़ी सा मीठा डालकर भोग लगाएं फिर देवी लक्ष्मी और गणेश भगवान को कुछ पैसे चढ़ाएं।दीपक का आर्शीवाद लेकर दिए को मुख्य द्वार पर दक्षिण दिशा में रखें।
- धातु का बर्तन
- खील बताशे और मिट्टी के दीपक
- चाहें तो अंकों का बना हुआ धन का कोई यंत्र भी खरीद सकते हैं।
- यथाशक्ति तांबे, पीतल, चांदी के गृह-उपयोगी नवीन बर्तन और जेवर खरीदना शुभ माना जाता है।
धनतेरस पर सोना खरीदने का शुभ समय शाम 6 बजकर 43 मिनट से लेकर शाम 7 बनकर 8 मिनट तक है. इस दिन सोना खरीदना बेहद शुभ माना जाता है। इसके अलावा धनतेरस के दिन लोग झाडू, पानी भरने का बर्तन, मां लक्ष्मी की मूर्ति और दीयों की खरीददारी भी करते हैं।
मंत्र : देवान कृशान सुरसंघनि पीडितांगान
दृष्ट्वा दयालुर मृतं विपरीतु कामः
पायोधि मंथन विधौ प्रकटौ भवधो
धन्वन्तरि: स भगवानवतात सदा नः
ॐ धन्वन्तरि देवाय नमः
ध्यानार्थे अक्षत पुष्पाणि समर्पयामि...
1- इस जन्मांक वाले व्यक्ति को धनतेरस के दिन सोने, चांदी और तांबे से बनी चीजों के साथ केसर खरीदने से फायदा होगा।
2- इस जन्मांक वाले व्यक्ति को चांदी और मोती से बनी चीजे खरीदनी चाहिए।
3- इस जन्मांक वाले व्यक्तियों को सोने और पीतल से बनी वस्तुएं खरीदने के साथ कोई अच्छी पुस्तक, शहद या फिर पुखराज खरीदना भी फायदेमंद रहेगा। जन्मांक 4- इस जन्मांक वाले व्यक्तियों को सोने, तांबे, हीरे, मोबाइल फोन और इत्र खरीदना चाहिए।
5-इस जन्मांक वाले व्यक्ति को आज के दिन सोना, चांदी, तांबे से जुड़ी चीजे खरीदनी चाहिए। इस दिन आप हरे रंग का कोई पौधा भी खरीद सकते हैं।
6-इस जन्मांक वाले व्यक्ति को चमक-दमक, सौन्दर्य और सुगंधित वस्तुएं खरीदनी चाहिए।
7-इस जन्मांक वाले व्यक्ति को सोने, चांदी, तांबे, हीरा, पन्ना से बनी वस्तुएं खरीदने को प्राथमिकता देनी चाहिए।
8- इस जन्मांक वाले व्यक्ति को स्टील, तांबे, पीतल की वस्तुएं खरीदनी चाहिए।
9- इस जन्मांक वाले व्यक्ति को सोना, तांबे, मूंगा से बनी वस्तुएं खरीदनी चाहिए।
धनतेरस के दिन धन के देवता कुबेर की पूजा की जाती है। मान्यता है कि उनकी पूजा करने से व्यक्ति को जीवन के हर भौतिक सुख की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान कुबेर की प्रतिमा या फोटो धूप-दीपक दिखाकर पुष्प अर्पित करें। फिर दक्षिण दिशा की ओर हाथ जोड़कर सच्चे मन से इस मंत्र का उच्चारण करें:
ॐ श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नम:
धनतेरस को धनत्रयोदशी, धन्वंतरि त्रियोदशी या धन्वंतरि जयंती भी कहा जाता है। मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी के दिन भगवान धन्वंतरि अपने हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए। कहते हैं कि चिकित्सा विज्ञान के विस्तार और प्रसार के लिए ही भगवान विष्णु ने धनवंतरी का अवतार लिया था। भगवान धनवंतरी के प्रकट होने के उपलक्ष्य में ही धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन लक्ष्मी पूजन करने से घर धन-धान्य से पूर्ण हो जाता है। इसी दिन यथाशक्ति खरीददारी और लक्ष्मी गणेश की नई प्रतिमा को घर लाना भी शुभ माना जाता है।
धनतेरस इस बार 25 अक्टूबर शुक्रवार को प्रदोष त्रयोदशी तिथि में मनाया जाएगा। शुभ मुहूर्त में खरीदारी करने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है। ज्योतिष विद्वानों का मत है कि धनतेरस अबूझ मुहूर्त है। इसी दिन स्वास्थ्य के देवता भगवान धनवंतरि की जयंती भी मनाई जाती है। धनतेरस के दिन शुक्रवार दिन शुक्र प्रदोष भी विद्यमान रहेगा। इसीलिए इस दिन शुक्र प्रदोष और धन त्रयोदशी का महासंयोग बन रहा है। इसके अलावा इस दिन ब्रह्म व सिद्धि योग भी बन रहे हैं। ऐसा महासंयोग शताब्दी वर्षों के बाद दोबारा बन रहा है। इस दिन जो भी शुभ कार्य व खरीदारी की जाए, वह समृद्धिकारक होती है। इस दिन झाड़ू खरीदने की अनोखी परम्परा है। मान्यता है कि इस दिन झाड़ू खरीदने से दरिद्रता दूर होती है। धनतेरस के दिन लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, सोना, चांदी, रत्न आदि की खरीदारी की जाती है ।
धनतेरस के दिन धन के देवता कुबेर को प्रसन्न करने के लिए 'ॐ ह्रीं कुबेराय नमः' इस मंत्र का जाप 108 बार करें। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है।
मेष - चांदी या तांबा के बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक सामान
वृष - चांदी या तांबे के बर्तन
मिथुन - स्वर्ण आभूषण, स्टील के बर्तन, हरे रंग के घरेलू सामान, पर्दा
कर्क - चांदी के आभूषण, बर्तन
सिंह - तांबे के बर्तन, वस्त्र, सोना
कन्या - गणेश की मूर्ति, सोना या चांदी के आभूषण, कलश
तुला- वस्त्र, सौंदर्य या सजावट सामग्री, चांदी या स्टील के बर्तन
वृश्चिक - इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, सोने के आभूषण, बर्तन
धनु - स्वर्ण आभूषण, तांबे के बर्तन
मकर - वस्त्र, वाहन, चांदी के बर्तन
कुम्भ - सौंन्दर्य के सामान, स्वर्ण, ताम्र पात्र, जूता-चप्पल
मीन - स्वर्ण आभूषण, बर्तन
धनतेरस के दिन चांदी, सोना धातु, जैसे तांबा, कांसा, पीतल की खरीदारी की जाती है। इस दिन इन चीजों को खरीदने से मां लक्ष्मी की कृपा बढ़ती है। इस दिन आप झाड़ू भी खरीद सकते हैं क्योंकि झाड़ू को भी देवी लक्ष्मी का प्रतिक माना गया है। धनतेरस में धन और तेरस शब्दों के बारे में मान्यता है कि इस दिन खरीदे गए धन (स्वर्ण, रजत) में 13 गुना वृद्धि हो जाती है।
धनतरेस के दिन सुबह 09 बजकर 56 मिनट तक ब्रह्म योग रहेगा | अगर आपको कोई शांतिपूर्वक कार्य करना हो, तो ब्रह्म योग में करना उत्तम रहेगा | साथ ही सुबह 09 बजकर 57 मिनट से शुरू होकर अगली सुबह 06 बजकर 03 मिनट तक इंद्र योग रहेगा | इसके अलावा दोपहर 11 बजे तक पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र रहेगा | माना जा रहा है कि ऐसा संयोग कई सालों बाद बन रहा है।
धनतेरस के दिन सूर्योदय से लेकर सुबह 10:40 मिनट तक
दोपहर 12:05 से दोपहर 02:53 मिनट तक
शाम 04:17 मिनट से शाम 05:42 मिनट तक
रात 9 बजे से रात 10:30 तक धनतेरस की खरीददारी करें
धनतेरस 25 अक्टूबर को है। इस दिन शुक्र प्रदोष और धन त्रयोदशी का महासंयोग भी बन रहा है। यानी इस दिन बह्म और सिद्धि दोनों का योग भी रहेगा। वैसे तो आप पूरे दिन में कभी भी सोना-चांदी, बाइक, कार, प्रापर्टी, इलेक्ट्रानिक्स आदि सामान खरीद सकते हैं। लेकिन घर में पूजा के लिए उत्तम मुहूर्त शाम 6.12 बजे से 8.28 बजे तक है।
दिवाली से पहले धनतेरस पर अक्सर नई चीजों को खरीदने का चलन है। वैसे तो इस दिन सोना और चांदी खरीदना शुभ माना जाता है लेकिन राशियों के अनुसार भी कई धातुएं होती हैं जिनको खरीदने से आपके घर समृद्धि आती है। ये तो बात हुई क्या खरीदें पर ऐसा भी है कि धनतेरस के लिए क्या नहीं खरीदना चाहिए। आइए जानते हैं...
—— धनतेरस के दिन लोहे से बनी कोई भी चीज घर न लाएं।
—— धनतेरस के दिन काले रंग से भी परहेज करना चाहिए। चूंकि काला दुर्भाग्य का द्योतक है इसलिए काले रंग का कुछ भी न खरीदें।
—— धनतेरस पर ऐसी चीजें न खरीदें जिसमें धार हो। जैसे चाकू, कैंची आदि।
—— इसी तरह धनतेरस पर तेल या चिकनाई जैसी कोई चीज न खरीदें। जैसे घी, रिफाइंड। यानी धनतेरस पर दीये जलाने के लिए आपको पहले से घी या तेल खरीद लेना चाहिए।
आमतौर पर ये माना जाता है कि धनतेरस पर सोना या चांदी खरीदना शुभ होता है। जबकि पंडितों और ज्योतिषियों का मानना है कि हर शख्स को अपनी राशि के अनुसार ही धातु खरीदना चाहिए। न कि दूसरे या चलन के अनुसार कुछ भी खरीदा जाए। वैसे सोना और चांदी को हमेशा ही उत्तम धातु के तौर पर माना जाता है इसलिए इनकी खरीदारी शुभ प्रभाव ही देती है।
धनतेरस का मतलब ही होता है, 13 गुना धन वृद्धि। यही वजह है कि इस दिन को खरीदारी वाला दिन कहा गया है। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा होती है। पौराणिक मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान धनतेरस के दिन ही भगवान धनवंतरी अपने अमृत कलश और आयुर्वेद के साथ संसार में प्रकट हुए थे। आयुर्वेद को संसार में लाने के कारण ही इन्हें भगवान धनवतंरी कहा गया और औषधि का जनक माना गया। मान्यता है कि भगवान कुबेर लक्ष्मी जी के खजांची हैं। मान्यता है कि धनतेरस के दिन जिस वस्तु की खरीदारी की जाएगी उसमें 13 गुणा वृद्धि होती है।