Shani Sade Sati (2022 To 2031): ज्योतिष शास्त्र अनुसार हर व्यक्ति को अपने जीवन काल में कभी न कभी शनि साढ़े साती का सामना करना ही पड़ता है। शनि की ये महादशा साढ़े सात साल तक रहती है। जिनकी कुंडली में शनि कमजोर स्थिति में विराजमान हैं उन्हें इस दौरान कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। वहीं जिनकी कुंडली में शनि मजबूत हैं उनके लिए शनि साढ़े साती लाभप्रद साबित होती है। जानिए किस राशि वालों को अगले 10 साल तक शनि साढ़े साती का सामना नहीं करना पड़ेगा।

2021 में शनि की स्थिति: शनि का एक साथ 5 राशियों पर प्रभाव रहता है। 3 राशि पर शनि साढ़े साती तो 2 पर शनि ढैय्या चलती है। वर्तमान में शनि मकर राशि में विराजमान हैं। धनु, मकर और कुंभ वालों पर शनि साढ़े साती तो मिथुन और तुला वालों पर शनि ढैय्या चल रही है। जिसमें धनु वालों पर इसका आखिरी चरण, मकर वालों पर दूसरा चरण और कुंभ वालों पर इसका पहला चरण चल रहा है।

2022 से 2031 तक शनि की स्थिति: अगले 10 साल की बात करें तो सिंह राशि वालों को शनि साढ़े साती का सामना नहीं करना पड़ेगा हालांकि शनि ढैय्या इन पर जरूर चलेगी। जानिए इस दौरान कब-कब होगा शनि का राशि परिवर्तन और किन पर रहेगी शनि साढ़े साती…

2022: इस वर्ष 29 अप्रैल को शनि कुंभ राशि में प्रवेश कर जायेंगे। जिससे मकर, कुंभ और मीन वालों पर शनि साढ़े साती तो मिथुन और तुला वालों पर शनि की ढैय्या रहेगी। (यह भी पढ़ें- इस राशि की लड़कियां मानी जाती हैं स्वाभिमानी, सहनशील और आत्मनिर्भर, शनि देव हैं इस राशि के स्वामी)
2023: शनि का गोचर नहीं
2024: शनि का गोचर नहीं
2025: शनि 29 मार्च को मीन राशि में प्रवेश कर जायेंगे। जिससे कुंभ, मीन और मेष वालों पर शनि साढ़े साती का असर रहेगा। वहीं सिंह और धनु वालों पर शनि ढैय्या रहेगी।
2026: शनि का गोचर नहीं
2027: शनि 3 जून को मेष राशि में प्रवेश कर जायेंगे। जिससे मीन, मेष और वृषभ वालों पर शनि साढ़े साती का प्रभाव रहेगा। वहीं कन्या और मकर वालों पर शनि ढैय्या रहेगी।
2028: शनि गोचर नहीं

2029: शनि 8 अगस्त से वृषभ राशि में गोचर करने लगेंगे। जिससे मेष, वृषभ और मिथुन वालों पर शनि साढ़े साती रहेगी। वहीं तुला और कुंभ वालों पर शनि की ढैय्या रहेगी।
2030: शनि गोचर नहीं।
2031: शनि गोचर नहीं।