भारत में कई सारे तीर्थ स्थल और प्रसिद्ध मंदिर है। इन मंदिरों को लेकर कई तरह की मान्यताएं भी प्रचलित हैं। यहां हम आपको जिन मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं वहां अलग-अलग तरह के प्रसाद भगवान को चढ़ाएं जाते हैं। खास बात यह है कि इन मंदिरों में भगवान को अर्पित किया जाने वाला भोग कुछ अलग है। जिसे जानकर आप हैरान रह जायेंगे…
1. श्रीनाथजी मंदिर, नाथद्वारा (राजस्थान): यह मंदिर राजस्थान के नाथद्वारा में स्थित है। श्रीनाथ देवता को समर्पित इस मंदिर का प्रसाद माथाड़ी है। यह एक प्रकार का तला हुआ मिष्ठान है, जिसे बाद में चाशनी में डुबोया जाता है। ये लोगों को काफी पसंद आता है।
2. खबीस बाबा मंदिर, सरधना (उत्तर प्रदेश): स्थानीय लोगों के अनुसार खबीस बाबा शराब के शौकीन थे। इसलिए यहां इस मंदिर में भगवान को शराब चढ़ाई जाती है। यह मंदिर 150 साल पहले खबीस बाबा नामक एक संत की याद में बनवाया गया था, जिन्होंने सीतापुर में भगवान शिव की पूजा करते हुए अपना जीवन समर्पित कर दिया था। ऐसा मान्यता है कि भगवान शिव की पूजा करते हुए खबीस बाबा की मौत सरधना वन में हुई थी। इसलिए उसी स्थान पर उनके शिष्यों ने मंदिर का निर्माण कर दिया था।
3. चाइनीज काली मंदिर, कोलकाता (प. बंगाल): इस मंदिर में देवी के चरणों में भोग के रूप में चाइनीज नूडल्स, चॉप सुय, चावल और सब्जी के व्यंजन चढ़ाए जाते हैं। यह मंदिर कोलकाता के टांगरा क्षेत्र में है। दूर दूर से लोग इस मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं।
4. मुथप्पनन मंदिर, कन्नूर (केरल): इस मंदिर में देवता को प्रसाद के रूप में मछली, ताड़ी और शराब की बोतलें भी चढ़ाई जाती हैं। यहां रोजाना पूजा के बाद, इन सभी वस्तुओं को प्रसाद के रूप में बांटा जाता है। प्रसाद रूप में हरे चने और नारियल के टुकड़े भी यहां भक्तों को दिये जाते हैं।
5. तिरुपति मंदिर, तिरुपति (आंध्र प्रदेश): इस मंदिर में विश्व प्रसिद्ध श्रीवारी ‘लड्डू’ भगवान वेंकटेश्वर को चढ़ाए जाते हैं। इस प्रथा का आरंभ कई वर्षों पहले हुआ था। माना जाता है कि तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर में वेंकटेश्वर भगवान को लड्डू चढ़ाने से सौभाग्य और समृद्धि प्राप्त होती है। ये लड्डू बेसन, काजू, इलायची, घी, किशमिश और चीनी के साथ ‘पोटू’ नामक विशेष रसोई में तैयार किये जाते हैं। ये लड्डू विशेष पुजारियों द्वारा तैयार किए जाते हैं जिन्हें ‘अचकस’ कहते हैं।