हिंदू धर्म में हर शुभ कार्य का शुभ मुहूर्त देखकर किया जाता है। जिससे उस कार्य की शुभता बनी रहे। साथ ही ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अशुभ समय में किया गया कार्य मनचाहा फल नहीं देता है। इसके संबंध में कुछ ऐसे नक्षत्रों का वर्णन ज्योतिष शास्त्र में भी मिलता है, जिसमें कहा गया है कि कुछ विशेष कार्य करना वर्जित है। कुछ ऐसा ही पंचक के दौरान होता है। ज्योतिष में पंचक को अशुभ माना गया है। इस दौरान कोई खास काम करना मना है।

पंचक शुक्रवार, 12 अगस्त को दोपहर 02:49 बजे से शुरू होकर 16 अगस्त मंगलवार को रात 09:07 बजे तक चलेगा। ऐसे में 12 अगस्त को राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 5:30 बजे से दोपहर 02:45 बजे तक ही रहेगा। इसमें भी उत्तम मुहूर्त सुबह 07:05 बजे तक रहेगा।

इस बार लग रहा है चोर पंचक

पंचक 5 दिनों का होता है और इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। यहां तक ​​कि पंचक काल में मृत्यु को भी अच्छा नहीं माना जाता है और ऐसी स्थिति में विशेष अनुष्ठान करके अंतिम संस्कार किया जाता है, अन्यथा परिवार के अन्य सदस्यों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

वहीं, अलग-अलग दिनों में आयोजित होने वाले पंचकों के नाम अलग-अलग होते हैं और उनका प्रभाव भी अलग-अलग होता है। 12 अगस्त 2022, शुक्रवार से जो पंचक लग रहा है उसे चोर पंचक कहा जाएगा। इन पंचकों को अच्छा नहीं माना जाता है। वहीं आज के दिन रक्षाबंधन मना रही बहनों द्वारा भाई को पंचक के बाद राखी बांधने से बचना चाहिए।

पंचक में न करें ये 5 काम

ज्योतिष शास्त्र में पंचक के दौरान कोई अन्य कार्य करना वर्जित है। जैसे इस दौरान घर की छत नहीं लगाई जाती, घर में फर्नीचर, पलंग नहीं खरीदे जाते। लकड़ी खरीदना, दक्षिण दिशा में यात्रा करना भी वर्जित है। इस दौरान यदि किसी की मृत्यु हो जाती है तो शव का अंतिम संस्कार करते समय सांकेतिक रूप से 5 नारियल भी जलाए जाते हैं, जिससे परिवार पर कोई कष्ट न हो और पंचक दोष दूर हो जाता है।