Chanakya Niti In Hindi: कोरोना वायरस (Coronavirus) संकट के बीच में प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नाम संबोधन करते हुए कई बार ये कहा है कि जां हैं तो जहां हैं। यानी अगर आप स्वस्थ हैं तो आप कुछ भी कर सकते हैं। लेकिन लॉकडाउन के चलते कई लोगों के दिमाग में ये उलझन बनी हुई है कि घर पर कैसे वे अपनी सेहत का ध्यान रखें। तंदरुस्त रहने के लिए जहां व्यायाम और योगा को सर्वोत्तम माना गया है तो वहीं हमारे डेली रूटीन की कुछ चीजें ऐसी हैं जिसमें हम बदलाव करके अपने आप को रोगों से बचा सकते हैं। जानिए स्वास्थ्य को लेकर चाणक्य नीति क्या कहती है…
– एक गलती जो ज्यादातर लोग अपनी सेहत को लेकर कर ही देते हैं वो है पानी पीने का तरीका। चाणक्य कहते हैं कि भोजन न पचने पर पिया गया पानी औषधि के समान होता है। भोजन पचने के करीब आधे से एक घंटे बाद पिया गया पानी शरीर के लिए लाभकारी होता है। भोजन के बीच में थोड़ा पानी पीना अमृत समान होता है। वहीं भोजन के तुरंत बाद पानी का सेवन विष समान माना गया है। जो शरीर को हानि पहुंचाने का काम करता है।
– गिलोय शरीर के लिए कितना लाभप्रद होता है इसके बारे में आपने कई बार सुना होगा। चाणक्य ने भी इसके महत्व के बारे में बताया है चाणक्य नीति अनुसार गिलोय सभी औषधियों में प्रधान है। जैसे सभी प्रकार के सुखों में भोजन सबसे बड़ा सुख है। शरीर की सभी इंद्रियों में आंख प्रमुख है और सभी अंगों में मस्तिष्क प्रधान है। इसलिए व्यक्ति को भोजन में कोताही नहीं बरतनी चाहिए। साथ ही अपने सभी इंद्रियों में खास तौर से आंखों का विशेष ख्याल रखना चाहिए और मस्तिष्क को तनाव रहित रखना चाहिए।
– चाणक्य अनुसार निरोग काया और चमकदार त्वचा के लिए आवश्यक है कि सप्ताह में एक बार पूरे शरीर की तेल से मालिश करनी चाहिए। इससे शरीर के रोम छिद्र खुल जाते हैं और अंदर का मेल बाहर निकल जाता है। मालिश के बाद तुरंत स्नान भी कर लेना चाहिए। तेल मालिश से त्वचा में चमक भी आ जाती है।
– चाणक्य ने कहा है कि खड़े अन्न से दस गुना अधिक पौष्टिक होता है पीसा हुआ अन्न। पीसे हुए अन्न से दस गुना लाभकारी है दूध। दूध से दस गुना पौष्टिक है मांस और मांस से भी दस गुना अधिक पौष्टिक है घी। इसलिए स्वस्थ शरीर के लिए मनुष्य को इन सब चीजों का सेवन जरूर करना चाहिए।
– इस दोहे के माध्यम से चाणक्य शाक, दूध, घी और मास के बारे में बताया है। चाणक्य कहते हैं कि शाक से रोग बढ़ता है। दूध का सेवन करने से शरीर पुष्ट होता है। घी खाने से वीर्य बढ़ता है और मांस का भोजन करने से शरीर में मांस की वृद्धि होती है।