Chanakya Niti In Hindi: चाणक्य नीति में जीवन को सफल बनाने के लिए कई तरह के सुझाव दिये गये हैं। कहा जाता है कि आचार्य चाणक्य ने अपने नीति कौशल से चंद्रगुप्त मौर्य को भारत का सम्राट बना दिया था। इनकी नीतियां आज के समय में भी प्रासंगिक मानी गई हैं। चाणक्य नीति पुस्तक में जीवन के हर एक पहलू की शिक्षा दी गई है। जानिए चाणक्य ने सफलता के क्या मूल मंत्र बताए हैं…
– चाणक्य कहते हैं कि इंसान को सबसे पहले अपनी ताकत पहचाननी चाहिए। अत: हमें वही काम करना चाहिए जो हम कर सकते हैं। यदि शक्ति से अधिक काम हम हाथ में लेंगे तो असफल होना तय है।
– व्यक्ति को हमेशा अपने वर्तमान समय का ज्ञात होना चाहिए। समझदार व्यक्ति यह जानता है कि उसका वर्तमान समय कैसा चलता है। अभी सुख के दिन चल रहे हैं या दुख के। यदि सुख के दिन चल रहे हैं तो अच्छे कार्य करते रहें और यदि दुख के दिन हैं तो अच्छे कामों के साथ धैर्य बनाए रखना चाहिए।
– अगर सफलता पाना चाहते हैं तो ये मालूम होना चाहिए कि आप किसके अधीन काम कर रहे हैं। अत: अपनी जरुरत का ध्यान रखना चाहिए। साथ ही इस बात पर भी गौर करना चाहिए कि हमारा प्रबंधक, कंपनी, संस्थान या फिर बॉस हम से क्या चाहता है। हमेशा वही काम करना चाहिए जिससे संस्थान को लाभ मिले।
– इंसान को हमेशा अपने मित्रों की पहचान रखनी चाहिए। यानी सच्चे मित्र कौन है और कौन कपटी है। यूं कहें कि मित्रों के वेश में शत्रु कौन कौन हैं। क्योंकि सच्चे मित्र के सहयोग से ही आप आगे बढ़ सकते हैं।
– इंसान को हमेशा ये मालूम होना चाहिए कि वह जहां काम कर रहा है वहां के हालात कैसे हैं। कार्यस्थल पर काम करने वाले लोग कैसे हैं।
– चाणक्य ने कहा है कि व्यक्ति को हमेशा अपने आय और व्यय का उचित ज्ञान होना चाहिए। जो लोग आय से अधिक धन खर्च करते हैं वे परेशानियों में फंस जाते हैं। धन संबंधी सुख पाना चाहते हैं तो कभी भी आय से अधिक खर्च न करें।