चाणक्य नीति में मनुष्य के जीवन के तमाम पहलुओं के बारे में विस्तार से बताया गया है। किस स्थिति में व्यक्ति को कैसा आचरण करना चाहिए इस बारे में चाणक्य ने कई नीतियां बतााई हैं। चाणक्य की नीतियों की बदौलत ही चंद्रगुप्त मौर्य जैसा साधारण व्यक्ति मगध का सम्राट बन पाया। चाणक्य की नीतियों ने हमेशा ही मनोबल बढ़ाने का काम किया है। यहां हम इनकी उन नीतियों के बारे में बात करेंगे जिसमें चाणक्य ने धन के रख रखाव से संबंधित बातें बताई हैं। नये साल में आप चाणक्य की इन नीतियों को अपनाकर धन के मामले में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
चाणक्य नीति अनुसार मां लक्ष्मी उनकी के घर में वास करती हैं जहां साफ-सफाई का पूरा ध्यान दिया जाता है। इसी के साथ जिस घर में खुशहाली रहती है और क्लेश नहीं होते वहां भी मां लक्ष्मी वास करती हैं। जिन परिवार के सदस्यों के बीच आपस में स्नेह भाव और पति-पतनी के बीच प्रेम होता है वहां भी मां लक्ष्मी विराजती हैं।
चाणक्य नीति कहती हैं मां लक्ष्मी की कृपा पाने चाहते हैं तो वाणी में मधुरता जरूरी है। कड़वे वचन बोलने वालों पर मां लक्ष्मी की कृपा नहीं बरसती। आज के समय में आपकी बोली काफी महत्व रखती है। जो लोग बोलने चालने में अच्छे होते हैं उनका सभी से रिश्ता अच्छा रहता है। ऐसे लोग करियर में खूब तरक्की पाते हैं।
शास्त्रों में दान को विशेष महत्व दिया गया है। चाणक्य नीति में भी दान-पुण्य के काम का महत्व बताया गया है। चाणक्य कहते हैं जो व्यक्ति दान करता है यानी जरूरतमंदों की सहायता करता है उस पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा होती है। सामाजिक कार्यों में हिस्सा लेने वालों से मां लक्ष्मी कभी नहीं रूठती। (यह भी पढ़ें- Vastu Tips 2022: साल के पहले दिन इन वास्तु उपायों को अपनाने से पूरे साल नहीं होगी धन की कमी, जानिए क्या है मान्यता)
चाणक्य नीति कहती है जिस घर में अन्न का सही तरीके से उपयोग करते हैं अथवा अन्न का सम्मान किया जाता है। वहां मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसती है। इसी के साथ जो लोग अपने घर की स्त्री का आदर करते हैं उन पर भी मां लक्ष्मी मेहरबान रहती हैं। (यह भी पढ़ें- नव वर्ष 2022 में इन 4 राशि वालों को भाग्य का मिलेगा साथ, बेशुमार धन-दौलत प्राप्त होने के आसार)