Chaitra Navratri 2020: चैत्र नवरात्रि हिन्‍दुओं के प्रमुख त्‍योहारों में से एक है, इसके साथ ही हिन्‍दू नव वर्ष की शुरुआत होती है। नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के सभी नौ रूपों की पूजा की जाती है, इन नौ दिनों को बेहद पवित्र माना जाता है। कई लोग इस दौरान व्रत भी रखते हैं। मां को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए चैत्र नवरात्रि को बेहद अहम माना जाता है। आइए जानते हैं कि जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली पाने के लिए नवरात्रि के दौरान क्या उपाय किये जाते हैं…

1. नवरात्रि के दौरान सुबह 4 बजे से 6 बजे के बीच में नहा-धोकर पूजा पर बैठ जाना चाहिए क्योंकि इस समय को ब्रह्म मुहूर्त माना जाता है। उसके बाद मां भुवनेश्वरी और सौभाग्यसुंदरी की पूजा करें और पान के पत्ते के जड़ को घिसकर उनका तिलक करें। ऐसा करने से आपकी वाणी में मधुरता आएगी और खूबसूरती में भी वृद्धि होगी। साथ ही साथ, आपके आकर्षण शक्ति में भी बढ़ोतरी होगी।

2. किसी रोग से निजात पाने के लिए नारियल को अपने ऊपर से 21 बार उतार के कपूर की अग्नि में जल दें। वहीं, जरूरी काम में बार-बार बाधा आने पर नवरात्रि में रोज सुबह श्रीराम स्तोत्र का पाठ करना लाभकारी हो सकता है। साथ ही साथ, नवरात्रि के 9 दिन आप “ॐ सर्वमंये उपागल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते” मंत्र का जाप भी कर सकते हैं।

3. इसके अलावा, धन लाभ के लिए अष्टमी और नवमी के दिन साफ स्थान पर उत्तर की दिशा में मुंह करके बैठे। अपने सामने लाल चावलों की एक ढेरी बनाकर उस पर श्रीयंत्र रखें। श्रीयंत्र के सामने तेल के नौ दीपक जलाकर उपासना करें।

4. यदि आपके घर में पारिवारिक समस्याएं ज्यादा हैं तो नवरात्र के अंतिम दिन स्नानादि से निवृत्त होकर “सब नर करहिं परस्पर प्रीति। चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीति” का उच्चारण करते हुए अग्नि में घी से 108 बार आहुति दें। आप रोजाना भी इस जप का पाठ कर सकते हैं, घर में प्रतिदिन कम से कम 21 बार जप करें। हो सके तो और परिजन भी जप कर सकते हैं। इससे परिवार का माहौल तेजी से बदलने लगेगा।

5. नवरात्रि में आप कर्ज से भी छुटकारा पा सकते हैं। इस दौरान आने वाले मंगलवार को पान का एक साबूत पत्ता लेकर उसमें लौंग और इलायची रखकर उसका बीड़ा बना लें। किसी भी हनुमान मंदिर में जाकर उसे अर्पित कर दें। कर्ज की समस्या से निदान पाने का ये अचूक उपाय है।

6. अष्टमी तिथि को शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर दूध, दही, घी, शहद और शक्कर चढ़ाकर अच्छे से स्नान कराएं। इसके बाद मंदिर की सफाई करें और महादेव का श्रृंगार पूरे मन से करें। अब भोले का ध्यान करते हुए मंदिर से आ जाए। इससे सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।