Neelam Stone: ज्योतिष शास्त्र अनुसार नीलम रत्न बड़ी तेजी से अपना प्रभाव दिखाता है। अगर ये आपको सूट करेगा तो आपको मात्र 48 घंटों के अंदर ही लाभ नजर आने लगेगा। लेकिन अगर ये सूट नहीं कर रहा है तो आपको बुरा परिणाम भी तुरंत दिखने लगेगा। इसलिए ये रत्न पहनने से पहले ज्योतिषीय सलाह जरूर लें। यहां आप जानेंगे इस रत्न से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां…

सूट करेगा या नहीं कैसे लगाएं पता? अगर आप नीलम रत्न पहनने जा रहे हैं तो उसे सबसे पहले एक नीले कपड़े में लपेटकर अपने तकिये के नीचे एक सप्ताह तक रखें। इस बात पर ध्यान दें कि इसे रखने से नींद अच्छी आ रही है या नहीं। यानी अगर अच्छे सपने आयेंगे तो इसका मतलब नीलम आपको सूट करेगा और अगर बूरे सपने आ रहे हैं तो इसका अर्थ है कि ये रत्न आप न पहनें।

नीलम की पहचान कैसे करें? नीलम शनिदेव का रत्न माना जाता है। ध्यान रखें कि नीलम हमेशा उत्तम क्वालिटी का ही पहनें। असली नीलम रत्न नीले रंग का, पारदर्शक, चमकने वाला, छूने में मुलायम और इसके अंदर किरणें यानी धारियां निकलती प्रतीत होती हैं। अगर नीलम असली है तो इसे दूध के बर्तन में रखने के बाद दूध का रंग नीला दिखाई देने लगता है। इस रत्न को पानी के गिलास में रखने के बाद पानी में से किरणें निकलती दिखाई देती हैं। इस रत्न को खरीदते समय ये भी ध्यान दें कि असली नीलम के अन्दर ध्यान से देखने पर दो परत दिखाई देती है। ये दोनों परत एक-दूसरे के सामान्तर होती है।

कब करें धारण? मेष, वृष, तुला एवं वृश्चिक राशि वालों को नीलम रत्न सूट करता है। कुंडली में चौथे, पांचवे, दसवें और ग्यारहवें भाव में शनि हो तो नीलम पहनने से बहुत लाभ मिलता है। जब शनि छठें और आठवें भाव के स्‍वामी के साथ बैठा हो या वे खुद ही छठे और आठवें भाव में विराजमान हो तो भी नीलम रत्न धारण करना चाहिए। जन्म कुंडली में शनि की महादशा विपरीत होने पर नीलम रत्न पहना जा सकता है। ध्यान रखें कि अगर कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में है तो नीलम धारण न करें। 3 कैरेट से लेकर 6 कैरेट तक का नीलम धारण किया जा सकता है।

कैसे करें धारण? नीलम रत्न घर लाने के बाद गंगाजल से भरे किसी पात्र में रख दें और इसे शनिवार के दिन दाएं या बाएं हाथ की मध्यमा (बीच वाली उंगली) अंगुली में धारण किया जाना चाहिए।

नीलम पहनने के बाद इन बातों का रखें ध्यान: नीलम धारण करने के बाद दान जरूर करें। शनिवार के दिन मदिरा पान और तामसिक भोजन न करें। विकलांग लोगों की सहायता करें। घर के वृद्ध लोगों का सम्मान करें। नीलम धारण करने के बाद गलत कार्य करने और झूठ बोलने से बचें।