Ratna Astrology: वैदिक ज्योतिष में रत्नों का बहुत महत्व बताया गया है। साथ ही इनके धारण करने के कई लाभ भी बताए गए हैं। फिरोजा रत्न धारण करने भी बहुत लाभकारी परिणाम बताए गए हैं। आइए जानते हैं कि फिरोजा रत्न क्या है, इसे पहनने से क्या लाभ होते हैं और धारण करने की विधि क्या है।

फिरोजा रत्न क्या (What is Firoza Stone)

यह गहरे नीले रंग का एक रत्न होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह गुरु बृहस्पति का रत्न होता है। इसे धारण करने से जीवन में सुख-समृद्धि आने की मान्यता है। साथ ही ज्ञान भी प्राप्ति होने की मान्यता है। इस रत्न को धन का प्रतीक भी माना जाता है।

कौन धारण कर सकता है फिरोजा रत्न (Firoza Stone)

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धनु राशि के जातकों के लिए यह रत्न धारण करना बहुत ही फायदेमंद हो सकता है। वहीं निजी जीवन में परेशान, कड़ी मेहतन के बाद भी करियर में सफलता नहीं, आदि समस्या से परेशान जातक इस रत्न को धारण कर सकते हैं। मान्यता के अनुसार अगर जातक मानसिक तनाव आदि से ग्रसित है, तो इस रत्न को धारण करने से राहत मिलने की मान्यता है। वहीं इसे धारण करने से जातक की छवि में सुधार होता है और उसका मान-सम्मान भी बढ़ता है।

फिरोजा रत्न धारण करने के फायदे (Benefits of Firoza Stone)

वैदिक ज्योतिष में फिरोज रत्न धारण करने के कई फायदे बताए गए हैं। इसे धारण करने पर कारोबार में मुनाफा सहित अन्य लाभ भी होने की मान्यता है।

-सामाजिक पद-प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होती है।
-मानसिक स्थिति मजबूत होती है।
-आत्म सम्मान और आत्मविश्वास में भी बढ़ोतरी होती है।
-इसे धारण करने पर सेहत अच्छी रहती है और धन लाभ भी होता है।

कैसे धारण करें फिरोजा रत्न

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार फिरोज रत्न को सोने या तांबे की अंगूठी में बनवाएं और शुभ दिन धारण करें। धारण करने से पहले इसे गंगा जल और दूध में डूबोकर शुद्ध करें। इसकी पूजा करने के बाद ही इसे धारण करें।