Astrology: ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में कई पेड़-पौध के महत्व बताए गए हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बरगद के पेड़ को बहुत ही पवित्र माना गया है। मान्यता के अनुसार वट वृक्ष में देवताओं का वास होता है। ज्योतिष शास्त्र में बरगद पेड़ के कई उपाय (Bargad ke Upay) बताए गए हैं, जिन्हें करने से व्यापार में हो रहा घाटा रुक जाता है। आइए जानते हैं कि वह उपाय कौन से हैं।

शनिवार के दिन चढ़ाएं हल्दी और केसर (Banyan Tree Remedy)

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिवार के दिन बरगद के पेड़ में हल्दी और केसर चढ़ाना बहुत ही शुभ माना गया है। मान्यता है कि ऐसा करने से व्यापार में हो रहा घाटा रुक जाता है। व्यवसाय में मुनाफा और करियर में तरक्की हो सकती है।

बरगद पेड़ के नीचे जलाएं शुद्ध घी के दीपक (Vat Vriksh ke Upay)

मान्यता के अनुसार शाम के समय बरगद पेड़ के नीचे देसी का दीपक जलाकर भगवान विष्णु का ध्यान करना लाभप्रद होता है। इससे जीवन में चली आ रही समस्याओं के खत्म होने की मान्यता है।

वहीं दूसरी ओर यह भी मान्यता है कि बरगद के पत्ते पर अपनी इच्छा लिखकर रविवार के दिन किसी नदी के बहते पानी में डाल दे। ऐसा करने से इच्छा पूरी हो सकती है।

बरगद पेड़ का वास्तु शास्त्र में महत्व (Banyan Tree Importance)

वास्तु शास्त्र में भी बरगद पेड़ के कई लाभ और हानि बताए गए हैं। अगर बरगद का पेड़ घर की पूर्व दिशा में है, तो यह बहुत ही शुभ माना जाता है। आपको धन आदि लाभ हो सकता है। वहीं अगर यह वृक्ष घर के पश्चिम दिशा में लगा है,तो अशुभ माना जाता है।

वहीं पति की लंबी उम्र के लिए महिलाएं वट सावित्री व्रत रखती हैं। मान्यता है कि बरगद के पेड़ में भगवान शिव, भगवान विष्णु और ब्रह्मा जी का वास होता है। बरगद पेड़ की आयु सबसे ज्यादा होती है, इसलिए इसे अक्षयवट भी कहा जाता है।