Dhan Yog In Your Horoscope: ज्योतिष शास्त्र अनुसार कुंडली किसी भी व्यक्ति के जीवन का आयना होती है। जिसे देखकर भूत, वर्तमान और भविष्य के बारे में पता लगाया जा सकता है। कुंडली में मौजूद ग्रहों की स्थिति को देखकर ही पता चलता है कि आपके जीवन में कब कैसा समय आने वाला है। यहां हम बात करेंगे कुंडली में बनने वाले धन योगों के बारे में जिनके बनने से जीवन में धन धान्य की कभी कोई कमी नहीं रहती है।

पंचमहापुरुष योग व्यक्ति को धनवान बनाने वाला योग है। ये योग कुंडली में तब बनता है जब मंगल, बृहस्पति, शुक्र, बुध और शनि में से कोई भी एक ग्रह या अधिक ग्रह अपनी राशि में या उच्च का होकर केन्द्र में स्थित होते हैं। कुंडली में इस योग के साथ जन्म लेने वाला व्यक्ति अत्याधिक धनवान होता है। अगर बचपन में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है तो युवावस्था में माता लक्ष्मी की ऐसे लोगों पर कृपा बरसती है।

अमला योग भी धनवान बनाने वाला योग है। जिस व्यक्ति की कुंडली में ये योग बनता है वह भले ही गरीब परिवार में जन्मा हो लेकिन अपने भाग्य से वह जीवन में तमाम सुख प्राप्त करता है। जब चंद्रमा से अथवा लग्न से दशवें भाव में शुभ ग्रह विराजमान होता है तब ये योग बनता है।

लक्ष्मी योग जैसे नाम से ही पता चलता है कि ये धन प्रदान करने वाला योग है। इस योग वालों पर लक्ष्मी की सदैव कृपा रहती है। जब कुंडली में नवमेश लग्नेश अथवा पंचमेश के साथ युति का निर्माण हो तब ये योग बनता है।

महालक्ष्मी योग शुभ फल देने वाला योग है। इस योग के साथ जन्म लेने वाले व्यक्ति बेहद भाग्यशाली होते हैं। कुंडली में दूसरा भाव धन स्थान माना जाता है। वहीं ग्यारहवां भाव लाभ भाव कहलाता है। जब इन दोनों भावों के स्वामियों का आपस में किसी भी प्रकार का सम्बंध स्थापित होता है तब इस योग का निर्माण होता है।

इसी तरह अखण्ड साम्राज्य योग वाले व्यक्ति के जीवन में भी कभी पैसों की कमी नहीं होती है। कुंडली में एकादशेश बृहस्पति हो और द्वितीयेश या नवमेश में से कोई एक चंद्रमा से केन्द्र स्थान पर स्थित हो तब ये योग बनता है।