Amitabh Bachchan Share Vidur Niti On Twitter: बिग बी अमिताभ बच्चन उनके बेटे अभिषेक बच्चन, बहू ऐश्वर्या राय बच्चन और पोती आराध्या बच्चन कोरोना संक्रमित हैं। अमिताभ बच्चन अपने बेटे के साथ नानावती अस्पताल में भर्ती हैं। तो वहीं उनकी बहू और पोती का घर पर ही आइसोलेशन में उपचार चल रहा है। इस बीच बिग बी ने ट्विटर पर विदुर नीति साझा की। जिसमें उन्होंने बताया है कि लोगों को किन-किन प्रवृत्तियों वाले लोगों से दूर रहना चाहिए…
ईर्ष्यी घृणी त्वसंतुष्ट: क्रोधनो नित्यशड्कितः।
परभाग्योपजीवी च षडेते दुखभागिनः।।
सभी से ईर्ष्या, घृणा करने वाले, असंतोषी, क्रोधी, सदा संदेह करने वाले और पराये आसरे जीने वाले ये छः प्रकार के मनुष्य हमेशा दुखी रहते हैं। अतः यथा संभव इन प्रवृत्तियों से बचना चाहिए।
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*ईर्ष्यी घृणी त्वसंतुष्ट: क्रोधनो नित्यशड्कितः।*
*परभाग्योपजीवी च षडेते दुखभागिनः।।*सभी से ईर्ष्या, घृणा करने वाले, असंतोषी, क्रोधी, सदा संदेह करने वाले और पराये आसरे जीने वाले ये छः प्रकार के मनुष्य हमेशा दुखी रहते हैं। अतः यथा संभव इन प्रवृत्तियों से बचना चाहिए।
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) July 15, 2020
विदुर की ये नीति बताती है कि ईर्ष्या करने वाला व्यक्ति हमेशा खुद के जीवन को तहस-नहस करता है, साथ ही दूसरों के जीवन में भी खलबली मचाता है। इस नीति में आगे कहा गया है कि ऐसा व्यक्ति जिसके मन में हमेशा से दूसरों को लेकर घृणा का भाव रहता है वह कभी भी खुश नहीं रह सकता। घृणा करने वाला व्यक्ति अंदर ही अंदर घुटता रहता।
ऐसा व्यक्ति जिसके मन में संतोष नहीं है वह सुख की प्राप्ति नहीं कर सकता। व्यक्ति के मन में संतोष रहने पर ही वह खुशी का अनुभव कर सकता है। ऐसा मनुष्य जो अपने क्रोध पर काबू नहीं रख सकता उसे कभी भी सुख की प्राप्ति नहीं हो सकती। क्रोध कायरता का चिह्न है। क्रोध करने वाले व्यक्ति की सोचने समझने की क्षमता लुप्त हो जाती है।
शक व्यक्ति को पूरी तरह खोखला कर देता है। शक मनुष्य और सुख के बीच में दीवार का काम करता है। महात्मा विदुर ने इस नीति के अंत में कहा है कि ऐसे लोगों के पास कोई स्वाभिमान नहीं होता जो दूसरों के भरोसे अपनी जीविका का निर्वहन करते हैं। ऐसे व्यक्ति को समाज में सम्मान भी नहीं मिलता है।

