09 June 2022 Panchang in Hindi: पंचांग 5 अंगों से मिलकर बना होता है। जो हैं तिथि, वार, करण, योग और तिथि। इन सबके समावेश से ही किसी शुभ मुहूर्त की गणना की जाती है। आज ज्येष्ठ माह शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 8:21 AM तक है, उसके बाद दशमी है। आज हस्त नक्षत्र है। आइए जानते हैं शुभ और अशुभ मुहूर्त का समय…
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय:
सूर्योदय – 05:22:35 AM
सूर्यास्त – 19:17:56 PM
चन्द्रोदय – 13:50:59
चन्द्रास्त – 26:03:00
चन्द्र राशि– कन्या
Aaj ki Tithi 09 June 2022 (आज 09 जून की तिथि):
तिथि नवमी : 08:21:13 तक
नक्षत्र हस्त : 28:27:10 तक
कौलव – 08:23:13 तक, तैतिल – 20:01:22 तक
पक्ष: शुक्ल
वार: गुरुवार
Aaj ka Shubh Muhurat Samay 09 June 2022 (आज 09 जून शुभ मुहूर्त का समय):
शुभ मुहूर्त/अशुभ मुहूर्त 09 जून 2022 Panchang: हिंदू धर्म में किसी भी धार्मिक और मांगलिक कार्य से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है। ज्योतिष के अनुसार कुल मिलाकर 30 मुहूर्त होते हैं जिसमें से 15 शुभ मुहूर्त और 15 अशुभ मुहूर्त माने जाते हैं जोकि सुबह 6:00 बजे से शुरू हो जाते हैं औऱ शुभ मुहूर्त में श्वेत, मित्र, सारभट, सावित्र, वैराज, विश्वावसु, अभिजीत, रोहिण, बल, विजय, नैरऋत, वरुण सौम्य और भग यह आते हैं।
अभिजीत मुहूर्त : 11:52:25 से 12:48:06 तक
विजय मुहूर्त: 14:40:00 से 15:35:00 तक
सर्वार्थ सिद्धि योग: है नहीं
Aaj ka Ashubh Muhurat Samay 09 जून 2022 (आज 09 जून अशुभ मुहूर्त का समय) :
दुष्टमुहूर्त: 10:02:02 से 10:57:43 तक, 15:36:10 से 16:31:51 तक
कुलिक: 10:02:02 से 10:56:43 तक
कंटक: 15:36:10 से 16:30:51 तक
राहु काल: 14:05:40 से 15:49:05 तक
कालवेला / अर्द्धयाम: 17:27:33 से 18:22:14 तक
यमघण्ट: 06:19:17 से 07:14:58 तक
यमगण्ड: 05:23:35 से 07:08:00 तक
गुलिक काल: 08:52:25 से 10:35:51 तक
गंगा दशहरा पर दान- स्नान का शुभ समय:
गंगा स्नान का शुभ समय:
शुभ चौघड़िया: सूर्योदय से लेकर 7 बजकर 6 मिनट तक
शुभ योग: सुबह 8 बजकर 24 मिनट से दोपहर 2 बजकर 6 मिनट तक
सफलता योग: सुबह 11 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक
हस्त नक्षत्र में करें दान- पुण्य:
मां गंगा ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को हस्त नक्षत्र में ही पृथ्वी पर उतरी थीं। इसलिए हस्त नक्षत्र में पूजा-पाठ और मांगलिक कार्य पूर्णत: सफल माने जाते हैं। गंगा दशहरा पर हस्त नक्षत्र सुबह 4 बजकर 26 मिनट से शुरू होकर अगले दिन सुबह सूर्योदय से पहले समाप्त हो जाएगा। इसलिए हस्त नक्षत्र में ही दान-पुण्य किया जाना चाहिए।
दिशाशूल: गुरुवार को दक्षिण दिशा में दिशाशूल होता है इसलिए इस दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि इस दिशा में यात्रा कर रहे हैं तो दही या जीरा खाकर घर से बाहर निकलें। जिससे दोष का परिहार को सके।
आज का विशेष उपाय: आज के दिन का संबंध गुरु बृहस्पति और विष्णु भगवान से है। इसलिए इस दिन गाय को 5 केले खिलाएं। साथ ही विष्णु भगवान को पीली मिठाई का भोग लगाएं और किसी गरीब को चने की दाल दान करें। ऐसा करने से आपको गुरु ग्रह और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होगा।