मौसम का मिजाज अभी भी लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है। देशभर में कहीं कोहरे ने यातायात का हाल खराब किया तो कहीं शीतलहर के चलते लोग घरों से निकलने में ठिठक रहे हैं। पहाड़ी इलाकों के साथ-साथ मैदानी इलाकों में भी हालात उतने ही खराब हैं। पहाड़ी इलाकों में बुधवार को 2019 की पहली बर्फबारी देखने को मिली। इसके चलते अभी एक-दो दिन में मैदानी इलाकों का हाल और खराब हो सकता है। कड़ाके की ठंड का असर कश्मीर से मध्य प्रदेश, राजस्थान और झारखंड जैसे राज्यों तक देखने को मिल रहा है। दक्षिण भारत के राज्यों में भी अपेक्षाकृत तापमान कम हुआ है।

दिल्ली में यातायात की रफ्तार थमीः राजधानी दिल्ली में घने कोहरे के चलते पारा गिरने के साथ-साथ दृश्यता भी प्रभावित हुई है। इसके चलते इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विमानों की उड़ानें प्रभावित हुईं। इसके साथ ही ट्रेनों की लेटलतीफी और सड़क यातायात की रफ्तार कम होने का सिलसिला भी जारी है। मौसम विभाग ने दिल्ली में बारिश की आशंका भी जताई है।

पहाड़ों में साल की पहली बर्फबारीः कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में बुधवार को साल 2019 की पहली बर्फबारी हुई। कश्मीर के गुलमर्ग, कुपवाड़ा में करीब आठ मिमी तक बर्फ गिरी है। वहीं इसका असर पारे पर भी देखने को मिला। श्रीनगर में तापमान माइनस 4.2 डिग्री, करगिल में माइनस 17 डिग्री, लद्दाख में माइनस 12.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अगले कुछ दिनों तक इसका असर मैदानी इलाकों में देखा जा सकता है। मौसम विभाग ने यहां हिमपात और हिमस्खलन की आशंका जाहिर की है।

दक्षिण भारत में भी असरः ठंड के चलते आंध्र प्रदेश यलो अलर्ट और तेलंगाना में ऑरेंज जारी किया गया है। सर्दी का असर ओडिशा, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात में भी देखा गया। यहां औसत के मुकाबले तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की गई।