आंध्र प्रदेश में अनंतपुर जिले के एक सरकारी हॉस्पिटल में स्ट्रेचर नहीं मिलने से परेशान एक महिला को अपने बीमार पति को रैम्प से घसीटकर ले जाना पड़ा। वह एक हाथ से अपने पति को घसीटते हुए दीवार के सहारे आगे बढ़ रही है। इस दौरान किसी ने भी महिला की मदद नहीं की। अस्पताल में न तो कोई व्हीलचेयर उपलब्ध थी और न ही कोई स्ट्रेचर उपलब्ध था। यह हाल राज्य के अनंतपुर जिले के गुंटकाल के एक सरकारी अस्पताल का है। मामले के सामने आने के बाद सरकार ने जांच के आदेश देते हुए अस्पताल प्रशासन को और व्हीलचेयर की व्यवस्था करने को कहा है।

इस घटना को किसी शख्स ने अपने फोन में शूट कर लिया है। वीडियो क्लिप में दिखाई दे रहा है कि महिला अकेले अपने पति को घसीट रही है, लेकिन लोग तमाशबीन बने देखते रहे और कोई भी मदद को आगे नहीं आया। उसके पति के पैर में समस्या है। महिला की पहचान श्रीवाणी नाम की महिला के रूप में हुई है। उसके पति का नाम श्रीनिवासाचार्य है, फर्श पर गिरने के बाद उसे अस्पताल लाया गया था। महिला ने बताया, “पति को ऊपर लाने के लिए कुछ नहीं था। उन्होंने मुझसे उसे सीढ़ियों से ऊपर ले जाने के लिए कहा, इसलिए मैं उसे (पति को) इस तरह से ले जा रही हूं।”

वहीं, अस्पताल प्रशासन का कहना है कि श्रीवाणी को बताया गया था कि अस्पताल में दो व्हीलचेयर और एक स्ट्रेचर है जो कुछ देर में आ जाएगा, उसे रिस्पेशन पर थोड़ा इंतजार होना करना होगा। लेकिन उसने इंतजार करने से मना कर दिया। हालांकि श्रीवाणी ने कहा कि वह अपने पति को पति को इलाज के लिए अक्सर इस अस्पताल में लेकर आती रहती है और यहां हमेशा व्हीलचेयर उपलब्ध नहीं होती है। राज्य सरकार ने इस पूरे मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।

गौरतलब है कि कुछ महीने ओडिशा के कालाहांडी में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था। यहां के एक आदिवासी शख्‍स को अपनी बीवी की लाश कंधे पर रखकर 12 किलोमीटर इसलिए पैदल चलना पड़ा क्‍योंकि उसके पास गाड़ी करने को रुपए नहीं थे। दाना माझी ने अपनी बीवी अमंगादेई की लाश को अस्‍पताल से चादर में पलेटा, उसे कंधे पर टिकाया और वहां से 60 किलोमीटर दूर स्थित थुआमूल रामपुर ब्‍लॉक के मेलघर गांव की ओर बढ़ चला। टीबी से जूझ रही माझी की पत्‍नी की मौत हो गई थी।

वीडियो: स्ट्रेचर नहीं मिलने पर पति को घसीटकर ले गई महिला (Courtesy: NDTV)