बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत के बाद सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है। मुख्यमंत्री तो नीतीश कुमार ही रहने वाले हैं, लेकिन डिप्टी सीएम के पद को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। इसके अलावा स्पीकर पद किसे मिलेगा, यह भी अभी स्पष्ट नहीं है। रेस में कई नाम चल रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में यह सबसे दिलचस्प होगा कि डिप्टी सीएम और स्पीकर के पद कैसे तय किए जाते हैं।
डिप्टी सीएम की रेस में कौन आगे?
प्रभात खबर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डिप्टी सीएम की दौड़ में एक बार फिर सम्राट चौधरी का नाम आगे है। उन्हें विधायक दल का नेता भी बनाया जा सकता है। दूसरी तरफ अगड़ी जाति से डिप्टी सीएम बनने की उम्मीद के चलते नीतीश मिश्रा, नितिन नबीन और मंगल पांडे जैसे चेहरों के नाम भी चर्चा में हैं।
जातीय समीकरण के हिसाब से भी ये नाम प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। हालांकि बीजेपी का इतिहास बताता है कि पार्टी कई बार जातिगत समीकरणों से ऊपर उठकर भी फैसले लेती रही है। यह समझना भी जरूरी है कि सुशील मोदी के बाद कोई भी ऐसा नेता नहीं रहा जिसे लगातार डिप्टी सीएम बनाया गया हो। आमतौर पर एक कार्यकाल के बाद चेहरे बदल दिए जाते हैं।
स्पीकर किसे बनाया जाएगा?
स्पीकर पद के लिए प्रेम कुमार और राम कृपाल यादव जैसे नाम सामने आ रहे हैं। वहीं, एक्सपेरिमेंट के तौर पर दीघा के पहली बार के विधायक संजीव चौरसिया को भी स्पीकर बनाया जा सकता है। फिलहाल स्थिति पूरी तरह साफ नहीं है और कई नाम दौड़ में चल रहे हैं। आने वाले दिनों में ही स्पष्ट होगा कि नीतीश सरकार में किसे कौन-सा विभाग मिलेगा और डिप्टी सीएम की कुर्सी पर कौन विराजमान होगा।
बिहार चुनाव के नतीजे
इस बार के बिहार चुनाव के नतीजों की बात करें तो एनडीए ने 202 सीटें जीतीं। वहीं महागठबंधन 35 सीटों पर सिमट गया। राजद का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और वह सिर्फ 25 सीटें जीत पाई। कांग्रेस ने और भी खराब प्रदर्शन करते हुए केवल 6 सीटें जीतीं। ओवैसी की पार्टी ने इस बार दमदार प्रदर्शन किया और एआईएमआईएम 5 सीटें जीतने में कामयाब रही। जन सुराज पार्टी अपना खाता भी नहीं खोल पाई और आम आदमी पार्टी की ज्यादातर सीटों पर जमानत जब्त हो गई।
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