विपक्षी नेता भले ही जयललिता की सेहत और सार्वजनिक जीवन में गायब रहने को लेकर सवाल उठाए लेकिन पार्टी में अभी भी उनकी पकड़ बरकरार है। तमिलनाडु विधानसभा चुनावों के लिए अन्‍नाद्रमुक के प्रत्‍याशियों की सूची इसी बात का नतीजा है। जयललिता ने चार सप्‍ताह तक खुद स्‍क्रीनिंग कर यह लिस्‍ट तैयार की है। इसके लिए जयललिता ने 600 के लगभग टिकट की उम्‍मीद वाले बैठे नेताओं का टेस्‍ट किया। इसके तहत उन्‍होंने प्रत्‍येक नेता के साथ 20 मिनट का समय लिया। इस अवधि में विपक्षी नेता विजयकांत की पत्‍नी प्रेमलता ने आरोप लगाया था कि जय‍ललिता इन दिनों अपने घर में सर्जरी करा रही हैं।

जानकारी के अनुसार टिकट के लिए प्रत्याशी तय करने का सिलसिला मार्च से शुरू हुआ। इसके लिए नेताओं को 11 हजार रुपये फीस के रूप में भी देने पड़े। जयललिता से मुलाकात के बाद कई नेता रोते हुए नजर आए। वहीं कई नेता यह कहते नजर आए कि अम्‍मा से मिलने का उनका सपना पूरा हो गया। पार्टी से जुड़े एक सूत्र ने ओड्डनचत्रम सीट के इंटरव्‍यू के बारे में बताया,’ पहला सवाल तीन बार से डीएमके विधायक आर चक्रपाणि के बारे में पूछा गया।’ जयललिता चक्रपाणि की लोकप्रियता के बारे में जानना चाहती थीं।

इंटरव्‍यू देने वाले नेता ने बताया कि डीएमके के अन्‍य नेताओं की तरह चक्रपाणि भ्रष्‍ट नहीं हैं। इसके बाद जयललिता ने स्‍थानीय नेताओं के बारे में पूछा। इस पर वह नेता जवाब नहीं देना चाहता था लेकिन दबाव डालने पर उसने बताया कि स्‍थानीय अन्‍नाद्रमुक नेता जनता से दूर हैं। कुछ घंटे बाद ही स्‍थानीय चैनलों ने ओड्डनचत्रम के स्‍थानीय नेता को पद से हटाने की खबर चलाई।

टिकट पाने वाले एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया,’मैं मानता हूं कि लोग भ्रष्‍टाचार, बाढ़ और जयललिता के नजर न आने से परेशान हैं। लेकिन डीएमके के लोग भी करप्‍ट हैं और उनके भ्रष्‍ट नेता ही टिके रह सकते हैं। वहीं अन्‍नाद्रमुक में कोई भी पार्टी से बड़ा नहीं है। और कौनसी ऐसी पार्टी हैं जहां पर मेरे जैसे लोग बिना सिफारिश के इतने बड़े नेता से मिल सकते हैं।’

एक वरिष्‍ठ नेता ने बताया,’जयललिता ने उनसे उनकी सेहत के बारे में पूछा। जबकि मैं सोच रहा था कि वह मुझे भूल गई हाेंगी। उन्‍हाेंने मेरे बाल झड़ने के बारे में भी पूछा। ऐसा लगा जैसे मैं उनका पुराना दोस्‍त हूं। उन्‍होंने शिकायत करते हुए कहा कि बेटे की शादी में क्‍यों नहीं बुलाया। फिर कहा कि बेटी की शादी में बुलाना। उन्‍होंने गिफ्ट का वादा भी किया।’ एक अन्य नेता ने बताया कि उनसे बेटे के बारे में पूछा गया। उन्‍होंने बताया,’ मैंने कहा कि बेटा विदेश में पढ़ रहा है। फिर पूछा कि वापस देश लौटेगा या विदेश में ही रहेगा। तो मैंने कहा कि वापस लौटेगा और मेरी मौत के बाद भी आपका समर्थक रहेगा। इस पर कहा कि वफादारी जताने के लिए यह सही तरीका नही है।’