रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) जादवपुर विश्वविद्यालय के साथ मिलकर रक्षा बलों के लिए साइबर सुरक्षा और रोबोटिक से संबंधित प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये का अनुसंधान केंद्र शुरू करेगा। सरकार संचालित विश्वविद्यालय के परिसर में आज ‘जगदीश चंद्र बोस सेंटर फॉर एडवांस्ड टेक्नोलॉजी’ की आधारशिला रखी गई ।

अधिकारियों ने कहा कि केंद्र का फोकस सहयोगात्मक आधुनिक अनुसंधान, सुरक्षा प्रणाली और संज्ञानात्मक प्रौद्योगिकियों, निर्देशित ऊर्जा, मानवरहित और रोबोटिक्स प्रौद्योगिकियों से शुरुआत करते हुए भविष्य की अन्य प्रौद्योगिकियों की तरफ जाने पर होगा । इस केंद्र के अगले दो साल में तैयार हो जाने की उम्मीद है । यह डीआरडीओ की ‘सेल्फ-एकाउंटिंग’ इकाई के रूप में काम करेगा । डीआरडीओ के प्रमुख एस क्रिस्टोफर ने कहा कि वे लंबे समय से जादवपुर विश्वविद्यालय और कोलकाता में अन्य संस्थानों के साथ काम कर रहे हैं और यहां केंद्र बनाए जाने से उनके कर्मियों को सुगम संप्रेषण और तेजी से डिजाइन हासिल करने में मदद मिलेगी ।