विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने शनिवार (7 मई) को कहा कि देश में ‘वीडियोगेम सैनिकों’ की लम्बी चौड़ी बातों से उन्हें चिंता होती है। बिना किसी का संदर्भ दिए पूर्व सैन्य प्रमुख सिंह ने कहा, ‘जब मैं सुरक्षा मुद्दे को देखता हूं तो एक चीज मुझे अखरती है। असली सैनिक नहीं जब ‘वीडियोगेम सैनिक’ वाले लोग बढ़ चढ़कर बात करने लगते हैं तो वहां बड़ा खतरा होता है क्योंकि उन्हें युद्ध का नतीजा पता नहीं होता या वे सैनिक होने के परिणाम नहीं जानते।’
सेंटर फॉर ईस्टर्न एंड नार्थ इस्टर्न रिजनल स्टडीज कोलकाता (सीईएनईआरएस-के) द्वारा आयोजित एक संगोष्ठी में सिंह ने कहा, “बहुत वरिष्ठ स्तर पर हमारे यहां बहुत आक्रामक बातें (माचो टाक्स) होती है। इससे दिक्कत हो सकती है खासकर आपके निचले स्तर को जब अहसास होता है कि आपके पास उस चीज को करने की क्षमता है जैसा कि आप सोच रहे हैं।”
इस पर आगे कुछ और स्पष्ट किए बिना सिंह ने कहा, “मैं इसे समझने के लिए आप पर छोड़ता हूं।” जर्मनी में रहने वाले चीन के विद्रोही नेता डोल्कुन ईसा का वीजा रद्द किए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि देश में आने वाले किसी के प्रति भारत की आपत्ति नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह इसलिए रद्द किया गया क्योंकि वीजा में ही कुछ दिक्कतें होती।

