उत्तराखंड में भारी बारिश ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों में तेज बारिश हो रही है, जिसके चलते पहाड़ों से कई डरा देने वाली तस्वीरें भी सामने आ रही हैं। ऐसी ही एक खबर हेमकुंड साहिब से भी सामने आई है, जहां चमोली जिले में पढ़ने वाले फूलों की घाटी और हेमकुंड साहिब के मुख्य पड़ाव घाघरिया के समीप बादल फटने का वीडियो सामने आया है। बादल फटने की सूचना मिलने के बाद चमोली प्रशासन ने एहतियातन के तौर पर हेमकुंड साहिब की यात्रा रोक दी है।
डीआईजी एसटीआरएफ रिधिमा अग्रवाल ने बताया कि बादल फटने की सूचना मिलने के बाद ही तकरीबन 30 से 35 यात्रियों को रोका गया है, हालांकि हेमकुंड साहिब से वापस आने वाले यात्री ढुंगा के नए पुल से वापस आ सकते हैं। भारी बारिश की वजह से हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि पहले तो धीरे-धीरे पहाड़ से पत्थर गिरने की आवाज सुनाई दी उसके बाद अचानक ही पहाड़ का आधा हिस्सा टूटकर नीचे की तरफ आने लगा जिसके बाद वहां पर मौजूद लोगों ने उसकी तस्वीरें कैमरे में कैद कर ली। हालांकि पहाड़ टूटने से किसी को नुकसान नहीं पहुंचा। बारिश के दौरान पहाड़ों पर लैंडस्लाइड की तस्वीरें आती रहती हैं।
चमोली जिला प्रशासन ने भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर 20 और 21 जुलाई को हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा रोक दी है। बता दे, आईएमडी देहरादून ने 20 और 21 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
राज्य में मौसम विभाग के भारी बारिश को लेकर जारी रेड अलर्ट के अनुसार बुधवार सुबह से ही प्रदेश भर में भारी बारिश का सिलसिला जारी है।
पूर्णागिरि मार्ग स्थित किरोड़ा नाले में बह गई थी बस
उत्तराखंड के चंपावत में एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। पूर्णागिरि मार्ग स्थित किरोड़ा नाले में मंगलवार (19 जुलाई, 2022) सुबह स्कूली बच्चों को लेने जा रही बस तेज बहाव में बह गई। बस चालक और हेल्पर को इस दुर्घटना में चोट आई है। दोनों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हादसे के वक्त बस में बच्चे नहीं थे। घटना की पुष्टि करते हुए उत्तराखंड के टनकपुर के एसडीएम हिमांशु कफालटिया ने कहा था कि उस बस में कोई स्कूली बच्चा नहीं बैठा था। इसमें सिर्फ ड्राइवर और कंडक्टर मौजूद थे।