पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी लंबे समय से सरकार के खिलाफ बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। अब एकबार फिर से उन्होंने सरकार को कटघरे में खड़ा करने वाला बयान दिया है। पीलीभीत लोकसभा में आने वाली पूरनपुर तहसील में रविवार को आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं पर कटाक्ष कर दिया।
वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने कहा कि देश का निर्माण ‘भारत माता की जय’ जैसे नारे लगाने से ही नहीं होता है बल्कि इसके लिए किसानों, युवाओं, छोटे व्यापारियों और आम श्रमिकों के हितों की रक्षा भी करना पड़ती है।
सरकारी नौकरियों के वर्तमान स्ट्रक्चर की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि इस समय देश के सरकारी दफ्तरों में 90 फीसदी पदों पर कांट्रेक्चुअल वर्कर्स द्वारा काम किया जा रहा है। यह सिस्टम किसी तरह की जॉब सिक्योरिटी (Job Security) प्रदान नहीं करता है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी नई पीढ़ी अपना करियर कैसे बनाएगी क्योंकि अधिकांश माता-पिता के पास पर्याप्त वित्तीय संसाधनों का अभाव है।
‘किसानों को मिलना चाहिए उचित लोन’
खेती के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि खेती-किसानी परमानेंट घाटे का सौदा बन गई है, जिसने कृषि सेक्टर को कर्ज में डुबो दिया है। वरुण गांधी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बिना किसी समस्या के किसानों को उचित लोन दिया जाना चाहिए।
तीन बार सांसद चुने जा चुके हैं वरुण गांधी
वरुण गांधी कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे संजय गांधी के बेटे हैं। वह तीन बार सांसद चुने जा चुके हैं। वरुण गांधी साल 2009 में पीलीभील लोकसभा सीट से पहली बार बीजेपी की टिकट पर सांसद चुने गए थे। उन्होंने अपनी निकटम प्रतिद्ंदी वीएम सिंह को ढाई लाख वोटों के ज्यादा के मार्जिन से हराया था। साल 2013 में बीजेपी ने वरुण गांधी को पार्टी का जनरल सेक्रेटरी बनाया। इसके बाद वरुण गांधी साल 2014 में बीजेपी के टिकट पर सुलतान पुर से चुनाव लड़े और जीते। साल 2019 में बीजेपी ने उन्हें फिर से पीलीभीत से अपना प्रत्याशी बनाया। इस चुनाव में उन्हें करीब ढाई लाख वोटों से जीत मिली।