उत्तर प्रदेश में हिंसा को रोकने के लिए अब योगी सरकार ब्रिटेन के तरीके का इस्तेमाल करेगी। हेलीकॉप्टर के जरिए दंगों पर नजर रखी जाएगी, ताकि उपद्रव मचाने वालों पर लगाम लगाई जा सकेगी। योगी सरकार ने योजना बनाई है कि अचानक से होने वाले दंगों पर निगरानी रखी जाएगी और हेलीकॉप्टर के जरिए प्रभावी कार्रवाई भी की जा सकेगी। इसे लेकर ब्रिटेन के डिफेंस एंड सिक्योरिटी एक्सपर्ट ब्रिटिश हाई कमिश्नर एयरवेज हेलीकॉप्टर डेलीगेशन ने गृह विभाग को अपना ब्लूप्रिंट दिखाया।
गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा कि यह तरीका दंगों पर नियंत्रण के साथ पर्यटन, पुलिस और आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं के लिए ज्यादा मददगार होगा। हेलीकॉप्टरों के उपयोग के संबंध में एयरबस के प्रतिनिधियों से प्रस्ताव मांगे गए हैं। इसके अलावा, अवस्थी ने खाद्य राहत कार्य, पुलिस द्वारा भीड़ नियंत्रण, आपदा प्रबंधन, चिकित्सा आपात स्थिति और नक्सल क्षेत्रों की निगरानी में हेलीकाप्टर के उपयोग के प्रस्तावों की भी मांग की है।
एयरबस हेलीकॉप्टर के बिजनेस डेवलपमेंट प्रमुख आदित्य शर्मा ने आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं, उन्नत हवाई समाधान, कानून प्रवर्तन और आपदा प्रबंधन में हेलीकाप्टरों की उपयोगिता पर एक प्रस्तुति दी। शर्मा ने कहा, “हेलीकॉप्टरों का उपयोग उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, चिकित्सा आपूर्ति और औद्योगिक विकास के लिए भी किया जा सकता है।”
प्रतिनिधियों ने आगे कहा कि पुलिसिंग, नए एक्सप्रेसवे को कवर प्रदान करने और जरूरत के समय आपदा प्रबंधन अधिकारियों को सहायता प्रदान करने के लिए बहु-भूमिका वाले हेलीकॉप्टरों के उपयोग पर विचार किया जा सकता है। बेहतर हेलीकॉप्टर संचालन से आर्थिक विकास, कौशल विकास और राजस्व सृजन में भी मदद मिलेगी।
राज्य के दूरदराज के इलाकों से मरीजों को आपात स्थिति में ट्रॉमा सेंटर तक पहुंचाने और उनकी जान बचाने के लिए भी हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा, हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल राहत और बचाव कार्य, बाढ़ के दौरान खाने का सामान और दवाओं के वितरण के लिए किया जा सकता है। साथ ही, मेलों और कांवड़ यात्राओं के दौरान यातायात प्रबंधन के लिए भी हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा सकता है।