शिया वक्फ बोर्ड के मुखिया वसीम रिजवी ने मुस्लिमों से गोहत्या और गोमांस खाने से बचने की सलाह दी है।उन्होंने गाय के मांस को इस्लाम में हरार करार दिया है। कहा है कि हर जगह सुरक्षा उपलब्ध नहीं हो सकती, मॉब लिंचिंग की घटनाएं रोकी भी नहीं जा सकतीं। सतर्कता ही बचाव है। हालांकि रिजवी ने ऐसी घटनाओं पर नकेल कसने के लिए सख्त कानून जरूर बनने चाहिए। वसीम रिजवी ने इस दौरान आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार के वक्तव्य का समर्थन किया, जिसमं उन्होंने कहा था कि मुस्लिम गोमांस खाना छोडे़ं तो मॉब लिंचिंग की घटनाएं रुक जाएंगी। रिजवी ने कहा कि अगर किसी धर्म में किसी को मां का दर्जा दिया गया हो, उसकी आप हत्या नहीं कर सकते। गौहत्या रोकने के लिए उन्होंने सख्त कानून बनाने की वकालत की।
आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने कहा है कि जीसस गौशाला में पैदा हुए।इस वजह से ईसाई मदर काऊ बोलते हैं। मक्का और मदीना में भी गाय मारना गुनाह है।क्या हम गायों को न मारने की शपथ नहीं ले सकते। उन्होंने कहा कि अगर देश में गौहत्या की घटनाएं रुकतीं हैं तो फिर भीड़ की ओर से की जा रहीं हत्याएं भी कम होंगी।
Muslims should stop eating beef. Killing of cows should stop. Meat of cows is ‘haram’ in Islam as well. You can’t stop mob lynching, security can’t be deployed everywhere. So a law should be made awarding strict punishment to those killing cows: Waseem Rizvi, Shia Waqf Board pic.twitter.com/kiNGfFoxOk
— ANI UP (@ANINewsUP) July 24, 2018
बता दें कि राजस्थान के अलवर में गोतस्करी के आरोप में भीड़ ने 28 वर्षीय युवक रकबर खान को पीट-पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। पुलिसवालों ने उसे अस्पताल पहुंचाने की जगह पहले गायों को गौशाला भेजने की व्यवस्था की। अस्पताल ले जाने में देरी के कारण रकबर की मौत हो गई थी। मॉब लिंचिंग की इस घटना के बाद सड़क से लेकर संसद में बहस छिड़ गई। अब सरकार ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कानून बनाने की दिशा में कमेटी गठित की है।