बुलंदशहर हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने एक और बड़ी गिरफ्तारी की है। इंस्पेक्टर पर जानलेवा हमला करने के मामले में यह शख्स दूसरा बड़ा आरोपी है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी का नाम कलुआ है, जिसने इंस्पेक्टर पर कुल्हाड़ी से वार करके उनकी कुछ उंगलियां काट दी थी। यह भी आरोप है कि इस शख्स के ही वार से इंस्पेक्टर के सिर पर गहरा जख्म हुआ। इसके बाद ही सुबोध को गोली मार दी गई थी। बता दें कि गोली मारने के आरोप में पुलिस प्रशांत नट नाम के आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है। प्रशांत को 28 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था, जबकि बुलंदशहर में हुई हिंसा का मामला 3 दिसंबर का है।

बता दें कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह का शव खेत में एक चार पहिया वाहन से लटकता मिला था। इंस्पेक्टर उस पुलिस टीम के हिस्सा थे, जो मौके पर हो रहे प्रदर्शन को काबू करने के लिए पहुंची थी। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि गांव के बाहरी इलाके में 20 से ज्यादा गायों के अवशेष मिले हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंस्पेक्टर सिंह को 400 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने निशाना बनाया था। भीड़ ने न केवल उन पर पत्थर फेंके, बल्कि उनकी डंडों से पिटाई भी की। भीड़ ने उनकी गाड़ी का पीछा भी किया था। बाद में खेतों में इंस्पेक्टर का शव मिला था। इस हिंसा में एक 20 वर्षीय स्थानीय युवक की भी मौत हो गई थी।

प्रशांत नट, कलुआ के अलावा जॉनी नाम के तीसरे शख्स की उस वीडियो से पहचान की गई थी, जो मौका-ए-वारदात पर बनाई गई थी। आरोप है कि जॉनी ने इंस्पेक्टर का रिवॉल्वर छीना था। ये तीनों ही बुलंदशहर के रहने वाले हैं और फिलहाल जॉनी की तलाश जारी है। पुलिस इस हिंसा को भड़काने के मुख्य आरोपी के तौर पर योगेश राज की तलाश भी कर रही है। योगेश बजरंग दल का कार्यकर्ता बताया जाता है। हालांकि, एक वीडियो के जरिए योगेश ने दावा किया था कि वह बेकसूर है। घटना के बाद से ही योगेश फरार चल रहा है। पुलिस ने इंस्पेक्टर की हत्या के मामले में आर्मी के एक जवान जितेंद्र मलिक को भी गिरफ्तार किया है। वह फिलहाल जेल में है। पुलिस का कहना है कि जितेंद्र ने मौके पर लोगों को पुलिसवालों के खिलाफ भड़काया था।