उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में एक ही परिवार के 11 लोगों के शव बुधवार को बरामद हुए। घटना शुकुल बाजार के महोना गांव की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, परिवार के मुखिया जमालुद्दीन का शव फांसी के फंदे से लटकता मिला, जबकि बाकी 10 सदस्यों के शवों का गला रेता हुआ था। परिवार के साथ हुए इस मामले के बारे में जब लोगों को पता तो सभी हैरान थे। इस मामले की सूचना पुलिस को दी गई। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जांच में जुट गई।
पुलिस के अनुसार, मरने वालों में से आठ बच्चे और दो महिला सहित एक पुरुष शामिल हैं। जमालुद्दीन बैटरी का काम करता था। मरने वालों में बच्चों में दो बच्चे जमालुद्दीन के भाई के हैं और बाकी बच्चे जमालुद्दीन के हैं। परिवार की महिला को गंभीर हालत में जगदीशपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। उसके होश में आते ही इस घटना का कारण पता चलने की उम्मीद है।
डीआईजी और बाकी फोर्स घटना वाली जगह पर पहुंची। जमालुद्दीन के परिवार के साथ हुए इस हादसे के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। गांव वाले तो इस बात की आशंका जता रहे हैं कि परिवार के मुखिया जमालुद्दीन ने सभी को नशीला पदार्थ खिलाने के बाद उनका गला काट डाला और उसके बाद खुद फांसी लगाकर जान दे दी।
इस बीच उसकी पत्नी और बेटी को बेहोशी की हालत में जगदीशपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में उसकी बेटी ने बताया कि पिता ने रात में घर के सदस्यों को दवा पिलाई थी, जिसके बाद सब सो गए। इसके बाद किसी को कुछ पता नहीं चला। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही सब स्पष्ट हो जाएगा। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।